मुरैना। ग्रामीणों के लिए लगाए गए कैम्प में डॉक्टरों की दो टीमें मरीजों का उपचार करने में जुटी हुई हैं. जिले की पहाड़गढ़ तहसील के अंतर्गत आने वाले स्यारु गांव में विगत एक सप्ताह से अज्ञात बीमारी फैली हुई है. इस बीमारी से पीड़ित मरीज को जुकाम-बुखार के साथ तेज खांसी आ रही है. प्रारंभ में ग्रामीणों ने इसे मौसमी बीमारी समझते हुए गांव तथा आसपास के डॉक्टरों से इलाज लेना शुरू किया था. जैसे-जैसे दिन बीतते गए यह बीमारी दिन दूनी-रात चौगुनी गति से पैर पसारती गई.
हर घर में मरीज : विगत एक सप्ताह में गांव में हालत यह हो गई है कि बच्चा हो या बूढ़ा, हर घर मे दो-चार मरीज खटिया पर हैं. ग्रामीणों को पता चला कि यह बीमारी कोरोना की तरह फैल रही है तो लोगों ने एक दूसरे से दूरी बनाना शुरू कर दिया है. उधर, इस बीमारी से पीड़ित लोगों को परिजनों ने स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवा दिया है. यहां से कुछ लोगों को जिला अस्पताल तथा ग्वालियर के लिए रैफर कर दिया गया है. ग्रामीणों के अनुसार इस बीमारी से पीड़ित एक महिला की मौत हो चुकी है. बीमारी से ग्रसित मरीजों में अधिकतर महिला तथा बच्चे शामिल हैं.
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डॉक्टरों की टीम पहुंची : जैसे ही इस बीमारी की भनक अधिकारियों के कानों तक पहुंची, आनन-फानन में डॉक्टरों की दो टीमें गठित की गईं. इनमें एक टीम स्थानीय अस्पताल की तथा दूसरी टीम मुरैना जिला मुख्यालय से भेजी गई है. दोनों टीमें गांव में मरीजों का उपचार करने में जुटी हुई हैं. आज मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पूरे गांव की स्कैनिंग करवाने के बाद कैम्प लगवा दिया है. इस कैम्प में मरीजों का उपचार किया जा रहा है. सीएमएचओ डॉ.राकेश शर्मा का कहना है कि गांव में बीमारी की खबर लगते ही उपचार के लिए दो टीमें लगाई गई हैं. मरीजों की जांच कर सैंपल लिए गए थे. इनमें मलेरिया या किसी गंभीर बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए हैं.