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Morena Chambal river: कोटा बैराज के गेट खुलने से चंबल नदी का बढ़ा जलस्तर, प्रशासन ने 40 गांवों में जारी किया अलर्ट

राजस्थान के कोटा बैराज से से पानी छोड़े जाने के चलते चंबल नदी उफान पर है. चंबल के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने 40 गांव में अलर्ट जारी किया है.

Morena Chambal river
चंबल नदी का बढ़ा जलस्तर
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 21, 2023, 10:37 PM IST

मुरैना। मध्य प्रदेश में फिलहाल भले ही बारिश का दौर थम गया है, लेकिन पिछले हफ्ते हुई जोरदार बारिश से नदियां उफान पर है. इसका सबसे अधिक असर चम्बल अंचल की जीवन रेखा कहलाने वाली चंबल नदी में दिखाई दे रहा है. जल संसाधन विभाग के अनुसार राजस्थान के कोटा बैराज से 2 लाख 85 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से बीती रात राजघाट पुल पर चंबल का जल स्तर 5 मीटर ऊपर की ओर खिसकने से 128 मीटर पर पहुंच गया है. हालांकि गुरुवार शाम तक चंबल का जलस्तर 2 मीटर नीचे उतर गया है.

मुरैना में 40 गांवों में अलर्ट: चंबल के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने चंबल किनारे बसे हुए 40 गांवों के अलर्ट जारी कर दिया है. अधिकारियों ने रात को ही चंबल किनारे बसे गांवों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया. जानकारी के अनुसार बीते सप्ताह चंबल अंचल में जोरदार बारिश होने के बावजूद भी चंबल के जलस्तर में कोई खास अंतर नही आया था. राजघाट पुल पर चंबल अपने सामान्य जलस्तर के साथ बह रही थी. जल संसाधन विभाग के अनुसार विगत दो दिन पहले राजस्थान के कोटा बैराज से चंंबल में 2 लाख 85 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से चंबल नदी अचानक उफान पर आ गई. एक ही रात में चंबल का जलस्तर राजघाट पुल पर 122 मीटर से बढ़कर 128 मीटर पहुंच गया. हालांकि चंबल अभी खतरे के निशान से पूरे 10 मीटर नीचे बह रही है.

Morena Chambal
चंबल नदी का बढ़ा जलस्तर

प्रशासन ने गांवों का किया दौरा: चंबल नदी में अचानक आई बाढ़ से जिला प्रशासन हरकत में आ गया. जिला प्रशासनिक अधिकारियों में एडीएम सीबी प्रसाद ने एसडीएम और राजस्व अमले के साथ पुलिस बल साथ लेकर चंबल किनारे बसे गांवों का भ्रमण कर जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने चंबल किनारे 40 गांवों में अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों को सतर्क कर दिया है. जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को आगाह किया है कि, चंबल में कभी भी जलस्तर बढ़ सकता है, इसलिए बाढ़ के पानी से बचने के लिए तैयार रहे.

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22 और 23 सितंबर को स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव: जिला प्रशासन अपने स्तर पर चंबल सतत निगरानी कर रहा है, लेकिन फिर भी आप लोग पल-पल की जानकारी देकर हमारी मदद करें. दिन हो या रात जब भी आपको चंबल में पानी का जल स्तर बढ़ता हुआ दिखाई दे, तत्काल अधिकारियों को सूचित करें. जिससे हम आपके जान-माल की सुरक्षा कर सकें. मौसम विभाग के अनुसार 22 से 23 सितंबर तक स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहेगा. इससे पहले प्रदेश में आज 21 सितंबर से हल्की बारिश का दौर शुरू हो जाएगा. नया सिस्टम बंगाल की खाड़ी से एक्टिव होगा और काफी स्ट्रॉन्ग रहेगा. इससे भोपाल, ग्वालियर, चंबल, रीवा, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. अब तक सूख रहे रीवा संभाग में भी तेज बारिश होने की संभावना है.

मुरैना। मध्य प्रदेश में फिलहाल भले ही बारिश का दौर थम गया है, लेकिन पिछले हफ्ते हुई जोरदार बारिश से नदियां उफान पर है. इसका सबसे अधिक असर चम्बल अंचल की जीवन रेखा कहलाने वाली चंबल नदी में दिखाई दे रहा है. जल संसाधन विभाग के अनुसार राजस्थान के कोटा बैराज से 2 लाख 85 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से बीती रात राजघाट पुल पर चंबल का जल स्तर 5 मीटर ऊपर की ओर खिसकने से 128 मीटर पर पहुंच गया है. हालांकि गुरुवार शाम तक चंबल का जलस्तर 2 मीटर नीचे उतर गया है.

मुरैना में 40 गांवों में अलर्ट: चंबल के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने चंबल किनारे बसे हुए 40 गांवों के अलर्ट जारी कर दिया है. अधिकारियों ने रात को ही चंबल किनारे बसे गांवों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया. जानकारी के अनुसार बीते सप्ताह चंबल अंचल में जोरदार बारिश होने के बावजूद भी चंबल के जलस्तर में कोई खास अंतर नही आया था. राजघाट पुल पर चंबल अपने सामान्य जलस्तर के साथ बह रही थी. जल संसाधन विभाग के अनुसार विगत दो दिन पहले राजस्थान के कोटा बैराज से चंंबल में 2 लाख 85 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से चंबल नदी अचानक उफान पर आ गई. एक ही रात में चंबल का जलस्तर राजघाट पुल पर 122 मीटर से बढ़कर 128 मीटर पहुंच गया. हालांकि चंबल अभी खतरे के निशान से पूरे 10 मीटर नीचे बह रही है.

Morena Chambal
चंबल नदी का बढ़ा जलस्तर

प्रशासन ने गांवों का किया दौरा: चंबल नदी में अचानक आई बाढ़ से जिला प्रशासन हरकत में आ गया. जिला प्रशासनिक अधिकारियों में एडीएम सीबी प्रसाद ने एसडीएम और राजस्व अमले के साथ पुलिस बल साथ लेकर चंबल किनारे बसे गांवों का भ्रमण कर जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने चंबल किनारे 40 गांवों में अलर्ट जारी करते हुए ग्रामीणों को सतर्क कर दिया है. जिला प्रशासन ने ग्रामीणों को आगाह किया है कि, चंबल में कभी भी जलस्तर बढ़ सकता है, इसलिए बाढ़ के पानी से बचने के लिए तैयार रहे.

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