मुरैना। जिले के प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह मुरैना दौरे पर पहुंचे. वे यहां बाढ़ में फंसे इलाकों का दौरा करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक भी की और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी बात की.
प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है- मंत्री
पत्रकारों से चर्चा करते हुए भारत सिंह कुशवाह ने बताया कि सरकार और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है, और वह बाढ़ में फंसे हुए लोगों को निकालने का प्रयास लगातार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि बाढ़ में फंसे हुए किसी भी व्यक्ति की जान को नुकसान ना हो. साथ ही उन्होंने सभी की भोजन की व्यवस्था का भी दावा किया.हालातों को अगर देखा जाए तो जमीनी हकीकत कुछ और नजर आ रही है.
मंत्री ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का किया दौरा
प्रभारी मंत्री लगातार दावा कर रहे हैं कि बाढ़ ग्रस्त इलाकों में प्रशासन लगातार तेजी से तैनात हैं, और बाढ़ में फंसे हुए लोगों को निकाला जा रहा है. इसी के साथ फंसे हुए लोगों तक भोजन सामग्री की व्यवस्था भी की जा रही है. साथ ही जहां खाना बनाने की व्यवस्था है, वहां पर कच्चा सामान भी ले जाया जा रहा है. हालांकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है. यहां बहुत से ऐसे इलाके हैं, जहां पर लोगों को 2 दिन से खाना भी नसीब नहीं हुआ है, पर प्रभारी मंत्री इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है.
पानी ने खोला Corruption का पर्दा, बाढ़ में बहे छह पुल, नए पुल भी नहीं बचे
पुराने पुल बहे और नए में आई दरार
बता दें कि बाढ़ पीड़ित इलाकों में लगातार पिछले कुछ समय में ही बनाए गए पुल या तो पूरी तरह बह गए हैं या फिर उन में दरारें आ गई हैं. जब इस सवाल को प्रभारी मंत्री से किया गया तो उन्होंने इसे प्राकृतिक आपदा बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया. उनके अनुसार इस तरह की आपदा में नए पुराने पुल सभी बह जाते हैं. हालांकि हकीकत ये है कि 50 साल पहले बनाए हुए पुल आज भी जस के तस खड़े हुए हैं, और पिछले कुछ सालों में बनाए हुए सभी पुल लगभग लगभग या तो ढह चुके हैं या उन में दरारें आ चुकी हैं.