मुरैना। जिले में चंबल नदी के रास्ते अवैध शराब का कारोबार शराब माफियाओं ने शुरू कर दिया है. पुलिस की कार्रवाई से डरे शराब माफिया नए-नए रास्ते और नए-नए तरीके ढूंढ रहे हैं. अवैध शराब का कारोबार करोड़ों रुपए का है. यही वजह है कि इसमें कई बड़े नाम भी शामिल है. पुलिस रिकॉर्ड की बात करें तो साल 2020 में लॉकडाउन के बावजूद भी ढाई करोड़ की शराब पुलिस ने जब्त की. अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो शराब नहीं पकड़ी गई उसका आंकड़ा कितना होगा. वहीं आबकारी विभाग ने भी 4 से 5 लीटर शराब जब्त कि है. फिर भी दोनों विभाग आज तक इन शराब के आने की जगह और मुख्य आरोपियों तक नहीं पहुंच पाए.ये भी कह सकते हैं कि नहीं पहुंचना चाहते. वहीं सरकारी शराब ठेकेदार के अनुसार जिले में पहले की तुलना में उनकी बिक्री में 50 प्रतिशत की कमी आई है. जिससे साफ है कि अवैध शराब का धंधा लगातार फल फूल रहा है.
शराब कांड के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है
साल 2020 में पुलिस ने अवैध शराब के 1336 प्रकरण दर्ज किए. जिसमें 1400 मुल्जिमों को पकड़ा भी गया और उनसे 46 हजार लीटर शराब जब्त कि गई. जिसकी कीमत लगभग ढाई करोड रुपए की आंकी गई है. पुलिस के अनुसार शराब कई जगहों से आती है और समाज में खपती है. अपराधी नए नए रास्तों से शराब लाते हैं तो पुलिस भी उन पर लगातार कार्रवाई करती है. वहीं छैरा मानपुर गांव में हुए शराब कांड के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है.
![Liquor sales down by 50 percent](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10370188_thumbna.jpg)