मुरैना। पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार बुधवार से किल कोरोना अभियान की शुरूआत कर दी गई है. मुरैना में भी संभाग आयुक्त रविन्द्र कुमार मिश्रा ने दलित बस्ती में कैंप लगाकर किल कोरोना अभियान की शुरुआत की हैं. इस दौरान आयुक्त रविन्द्र कुमार मिश्रा ने कहा कि केवल मुरैना ही नहीं बल्कि समूचे चंबल अंचल से कोरोना जैसी महामारी को जल्द नष्ट करना है, इसके लिए हमें न केवल सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है बल्कि कोरोना ऐसे संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए समय-समय पर पुलिस और प्रशासन के निर्देशों का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के दल को समय पर सही जानकारी भी देना है.
किल कोरोना अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से शहर की हर बस्ती में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण करेंगे और उनका डाटा एकत्रित करेंगे इसके अलावा जिनको कोरोना संक्रमण जैसी बीमारी के लक्षण पाए जाएंगे उनका कोरोना टेस्ट कर उन्हें आइसोलेट किया जाएगा. इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीम का सभी बस्ती के लोगों से सहयोग करने की अपील कलेक्टर ने की.
सीएम की अपील
मुख्यमंत्री ने इन कार्यों के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने का आग्रह किया है. देश के इस अनूठे और बड़े अभियान से अन्य प्रदेशों तक भी एक सार्थक संदेश पहुंचेगा. मुख्यमंत्री ने आमजनों से अपील की है कि किल कोरोना अभियान के तहत घर पहुंच रहे सर्वे दल को आवश्यक जानकारी देकर सहयोग करें. सर्दी-खांसी, जुकाम के साथ डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि के लक्षण पाए जाने पर भी जरूरी परामर्श और उपचार नागरिकों को मिलेगा.
सार्थक एप में संदिग्ध मरीजों की प्रविष्टि
किल कोरोना अभियान में SARI/ILI के संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के संदिग्ध मरीजों को भी चिह्नांकित कर इनकी प्रविष्टि 'सार्थक एप' में की जाएगी. उसके बाद संबंधित क्षेत्रों को मेप्ड MMU के जरिए सैंपलिंग की जाएगी. रोजाना चिह्नित किए गए संदिग्धों की सैंपलिंग के बाद उनकी टेस्टिंग RTPCR और TRUNAT के माध्यम से की जाएगी.
3 लाख ये ज्यादा होगी सैम्पलिंग
प्रदेश में सर्वे के बाद चिह्नित संदिग्धों के 3 लाख से ज्यादा सैम्पल लिए जाएंगे. रोजाना 21 हजार टेस्ट किये जाने की क्षमता विकसित की जा रही है. इसमें प्रदेश के औसत पॉजिटिविटी से अधिक पॉजिटिविटी वाले 13 जिलों में सघन सैम्पलिंग RTPCR और TRUNAT के जरिए होगी. ऐसे 29 जिले जहां पॉजिटिविटी दर प्रदेश के औसत से कम है, वहां जनरल सर्विलांंस के लिए पूल सैम्पलिंग के निर्देश दिए गए हैं.