मुरैना। सवर्ण आरक्षण के मुद्दे पर मध्यप्रदेश में करणी सेना एक बार फिर राजपूतों को एक करने की कवायद में जुट गई है.करणी सेना 31 मार्च को भोपाल में एक क्षत्रिय महासम्मेलन आयोजित करने जा रही है. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी ने प्रदेश सरकार को लोकसभा चुनाव में खामियाजा भुगतने की चेतावनी दी है.
भोपाल में होने वाले सम्मेलन में प्रदेशभर से करीब एक लाख से अधिक राजपूतों के शामिल होने की उम्मीद है. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी का कहना है कि एमपी सरकार ने गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण लागू नहीं किया है. इसका लोकसभा चुनाव में विरोध किया जाएगा.
बीजेपी और कांग्रेस करणी सेना के कई राज्यों के 6 पदाधिकारियों को लोकसभा का टिकट दे रही है. लेकिन जो करणी सेना के पदाधिकारी हैं उनको पहले अपने पद से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना होगा. करणी सेना किसी भी राजनीतिक दल का सपोर्ट नहीं करती है. उन्होंने कहा कि आरक्षण हुआ लेकिन दिल्ली से आकर वह प्रदेश में अटक गए.
लोकेंद्र सिंह ने कहा जब सरकारें सुनने और समझने बंद कर देती हैं तो उन्हें अधिकारी नहीं कि वह जनता की छाती में बैठे रहे हैं. जब व्यवस्थाएं हमारी नहीं सुन रहीं तो ऐसी व्यवस्थाओं का कोई मतलब नहीं है. वहीं उन्होंने कहा कि कोर्ट राम मंदिर पर फैसला नहीं दे रही लेकिन एससी-एसटी एक्ट पर तुरंत फैसला कर रही है. किसी भी सरकार को वोट सिर्फ एससी-एसटी वर्ग के लोग नहीं देते हैं. लिहाजा करणी सेना 31 मार्च को भोपाल में एक क्षत्रिय महासम्मेलन आयोजित करने जा रही है.