मुरैना। मध्य प्रदेश में उपचुनाव का प्रचार अपने शबाब पर है, कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्र कमलनाथ ने कमान संभाल रखी है. वो लगातार ग्वालियर और चंबल अंचल का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार को कमलनाथ मुरैना जिले पहुंचे और मेला मैदान में मुरैना विधानसभा से अपने कांग्रेस प्रत्याशी राकेश मावई के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं उन्होंने सबसे पहले मंच से चंबल की माटी को प्रणाम किया. कमलनाथ ने कहा कि चंबल क्षेत्र पूरे देश में प्रसिद्ध है.
कमलनाथ ने बताया कि वह बहुत दिनों बाद मुरैना आये हैं. चंबल क्षेत्र तो महाराजाओं का क्षेत्र है. उन्होंने शिवराज और सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं ना तो मामा हूं. कमलनाथ ने कहा कि वह नारियल लेकर नहीं चलते, मैं घोषणा नहीं करते, मैंने चाय कभी नहीं बेची मैं तो सीधा साधा कमलनाथ हूं. कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी वालों ने चंबल को कलंकित किया है. कांग्रेस ने 15 साल बाद वोट से सरकार बनाई और बीजेपी ने 7 महीने पहले नोटों से सरकार बनाई. ये सच्चाई सबके सामने है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 साल में 15 हजार घोषणाएं कर दी. शिवराज जी पिछले 7 महीनों का हिसाब दे दो.
कमलनाथ ने मंच से कहा कि ये चुनाव झूठ और सच का चुनाव है. चंबल सब कुछ बर्दास्त कर लेता है. चंबल का खून गर्म है, लड़ सकता है बिक नहीं सकता. चंबल के पानी की तासीर में बगावत है लेकिन गद्दारी नहीं है. उन्होंने कहा कि जिसने चंबल के साथ गद्दारी की उसे चंबल कभी माफ नहीं करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सौदेजाबों ने चंबल को कितना कलंकित किया है.
देशभर में सब कहते है कि मध्यप्रदेश की राजनीति बिकाऊ है. कमलनाथ ने कहा कि जब शिवराज ने सरकार गिराई तो खुद खरीद फरोख्त में भी कर सकता था, लेकिन खरीदी मेरे उसूलों में नहीं. कांग्रेस ने सरकार वोटों से बनाई लेकिन शिवराज ने नोटों से बनाई. पिछले 7 महीनों में बीजेपी ने ऐसा कानून बनाया की मंडियों का निजीकरण कर दिया. लेकिन अब कांग्रेस सरकार बनने पर हम किसानों का कर्जा माफ तो करेंगे ही, हम ऐसा कानून भी लाएंगे जो कि समर्थन मूल्य से कम खरीदी पर अपराध बनेगा और कड़ी सजा भी होगी. इससे पहले कमलनाथ ने कांग्रेस प्रत्याशी राकेश मावई को जिताने की अपील की और कहा कि मध्य प्रदेश के भविष्य के लिए कांग्रेस को वोट दें ताकि प्रदेश में बेरोजगारी को मिटाया जा सके.