मुरैना। कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा लिए गए लॉकडाउन के निर्णय का पालन करते हुए समूचे जैन समाज ने मुरैना में किसी भी तीर्थ स्थल पर जाकर भगवान महावीर के जन्म के उपलक्ष में पूजा-अर्चना नहीं की, बल्कि उन्होंने अपने श्रद्धा और भाव को अपने ही घर में प्रकट करते हुए भगवान महावीर की प्रकट उत्सव का आयोजन किया और पूजा-अर्चना कर पालन का उत्सव मनाया.
जैन समाज का मानना है कि भगवान महावीर त्याग तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति थे. इसलिए आज के समय में उनके भक्त होने का सही अर्थ यही है कि वो भगवान महावीर के बताए मार्ग पर चलें और ऐसा कोई काम ना करें जिससे मानव मात्र को परेशानी हो. मुरैना में सभी जैन समाज ने ये निर्णय लिया कि वो इस बार कोई भी कार्यक्रम सामूहिक रूप से या धर्म स्थल पर आयोजित नहीं करेंगे. शासन और प्रशासन को सहयोग करते हुए कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के लिए भगवान महावीर के जन्मोत्सव को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ घर पर ही मनाया गया.