मुरैना। जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र में बीती रात वन विभाग और SAF की टीम पर रेत माफियाओं के झुंड ने हमला कर दिया और पकड़ी गई अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को छीनकर ले गए. वन विभाग की टीम पर लाठियों और पत्थरों से हमले में SAF का एक जवान भी घायल हुआ है. SDO श्रद्धा पांढरे का कहना है कि सूचना देने के बाद भी देवगढ़ थाने का फोर्स मदद के लिए नहीं पहुंचा.
वन विभाग की SDO पर 8वीं बार हमला
बुधवार देर रात वन विभाग की दबंग महिला अधिकारी श्रद्धा पांढरे अपनी टीम के साथ रात में गश्त पर निकली थी. गश्त के दौरान उनकी टीम ने देवगढ़ थाना क्षेत्र के पठानपुरा गांव के पास अवैध रेत से भरी एक ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ लिया. जब पकड़े गए ट्रैक्टर ट्रॉली को लेकर वन विभाग की टीम देवगढ़ थाने की तरफ जा रही थी तभी नहर पर पठानपुरा और लहोरी के पुरा गांव के बीच भारी संख्या में रेत माफियाओं ने सड़क पर झाड़ियां और पत्थर रखकर रास्ता रोक दिया और वन विभाग की टीम पर हमला कर ट्रैक्टर टॉली ले जाने में सफल रहे. इस हमले में SAF का एक जवान मुकेश सेन घायल हो गया है. SDO श्रद्धा पांढरे का कहना है कि उन्होंने इसकी सूचना तत्काल देवगढ़ के थाना प्रभारी को दी थी, लेकिन 1 घंटे बाद भी महज 1 किलोमीटर दूर से कोई पुलिसकर्मी नहीं आया. इतना ही नहीं हमले के बाद भी देवगढ़ थाना प्रभारी ने उनकी कोई जानकारी नहीं ली. SDO ने मामले की शिकायत वरिष्ठ अफसरों से करने को कही है.
रेत माफिया के हमले से डरने वाली नहीं दबंग महिला ऑफिसर
महिला अधिकारी ने दो महीने पहले मुरैना आकर जॉइन किया है. तब से SDO, रेत माफिया और खनन माफिया के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने में लगी हुई है. इस कार्रवाई में उन्होंने 10 के करीब अवैध पत्थर और रेत से भरी लगभग 25 टैक्टर ट्रॉली पकड़ीं हैं, जिसकी वजह से रेत माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. इस दौरान माफिया ने उनके ऊपर फायरिंग, पत्थराव और गाड़ी में टक्कर मारकर कई बार हमला भी किया है. यह हमला 8वीं बार किया जा चुका है, लेकिन दबंग महिला अधिकारी का साफ कहना है कि वह डरने वाली नहीं हैं. माफियाओं के खिलाफ उनकी जंग जारी रहेगी.
पुलिस पर मदद न करने के SDO ने लगाए आरोप
SDO श्रद्धा पांढरे ने पुलिस पर मदद न करने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि रेत माफिया जब उनके ऊपर हमला कर रहा था, तब उन्होंने देवगढ़ थाना प्रभारी को फोन करके सूचना दी थी, लेकिन इसके बावजूद थाने से कोई भी पुलिस उनकी मदद करने के लिए नहींं आई. उन्होंने ये भी बताया कि हमला होने के बाद वो घटना स्थल से मुरैना पहुंच गई, लेकिन किसी भी पुलिस अधिकारी का उनके पास फोन नहीं आया.
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वन विभाग की टीम ने हमले का बनाया वीडियो
वन विभाग की टीम रात्रि गश्त के दौरान पकड़ी गई चंबल रेत से भरी टैक्टर ट्रॉली को जब ले जा रही थी. उसी दौरान रेत माफिया ने लाठी, डंडे, पत्थर और फायरिंग कर हमला कर दिया. हमले के दौरान वन विभाग के किसी कर्मचारी ने उनका वीडियो बना लिया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि माफियाओं के हाथों में लाठी, डंडे, पत्थर है.