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घूस लेते धराया वन विभाग का बाबू, पेड़ काटने की अनुमति के लिए मांगा था घूस - वन विभाग मुरैना

मुरैना वन विभाग में पदस्थ बाबू ने सागौन का पेड़ काटने की अनुमति के एवज में चौखुटी गांव के किसान भरत सिंह से 10 हजार रुपये की डिमांड की थी. जिसकी दूसरी किश्त लेते समय लोकायुक्त की टीम ने वन विभाग के कार्यालय में ही रंगे हाथ दबोच लिया.

रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ वन विभाग का बाबू
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Published : Oct 3, 2019, 9:48 PM IST

मुरैना। सरकारी महकमों में घूस लेते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद भी कर्मचारी बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला मुरैना वन विभाग का है. जहां एक बाबू को ग्वालियर से आई लोकायुक्त टीम ने 6 हजार का रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. बाबू शिवचरण राठौर ने सागौन के पेड़ काटने की परमिशन देने के लिए किसान से 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी.

रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ वन विभाग का बाबू

मुरैना वन विभाग में पदस्थ बाबू ने सागौन के पेड़ काटने की अनुमति के एवज में चौखुटी गांव के किसान भरत सिंह से 10 हजार रुपये की मांग की थी. जिसकी दूसरी किश्त देते समय लोकायुक्त की टीम ने वन विभाग के कार्यालय में ही रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. भारत सिंह अपने ही खेत में लगाए गए सागौन के पेड़ों को काटना चाहता है. नियमानुसार इसके लिए वन विभाग की परमिशन लेनी पड़ती है, पर बाबू शिवचरण उस परमिशन को देने के लिए एक साल से किसान भारत सिंह को परेशान कर रहा था.

वहीं बाबू ने भारत सिंह से परमिशन के बदले 10 हजार रुपए की मांग की थी. जिससे परेशान किसान ने लोकायुक्त एसपी से बाबू की शिकायत कर दी. शिकायत के बाद लोकायुक्त ने किसान को एक रिकॉर्डर दिया. जिसके बाद किसान ने 30 सितंबर को दो हजार रुपए देते हुए उसकी रिकॉर्डिंग कर ली. तब दूसरी किश्त देते हुए लोकायुक्त की टीम ने बाबू को रंगे हाथ धर दबोचा.

मुरैना। सरकारी महकमों में घूस लेते रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद भी कर्मचारी बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला मुरैना वन विभाग का है. जहां एक बाबू को ग्वालियर से आई लोकायुक्त टीम ने 6 हजार का रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. बाबू शिवचरण राठौर ने सागौन के पेड़ काटने की परमिशन देने के लिए किसान से 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी.

रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ वन विभाग का बाबू

मुरैना वन विभाग में पदस्थ बाबू ने सागौन के पेड़ काटने की अनुमति के एवज में चौखुटी गांव के किसान भरत सिंह से 10 हजार रुपये की मांग की थी. जिसकी दूसरी किश्त देते समय लोकायुक्त की टीम ने वन विभाग के कार्यालय में ही रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. भारत सिंह अपने ही खेत में लगाए गए सागौन के पेड़ों को काटना चाहता है. नियमानुसार इसके लिए वन विभाग की परमिशन लेनी पड़ती है, पर बाबू शिवचरण उस परमिशन को देने के लिए एक साल से किसान भारत सिंह को परेशान कर रहा था.

वहीं बाबू ने भारत सिंह से परमिशन के बदले 10 हजार रुपए की मांग की थी. जिससे परेशान किसान ने लोकायुक्त एसपी से बाबू की शिकायत कर दी. शिकायत के बाद लोकायुक्त ने किसान को एक रिकॉर्डर दिया. जिसके बाद किसान ने 30 सितंबर को दो हजार रुपए देते हुए उसकी रिकॉर्डिंग कर ली. तब दूसरी किश्त देते हुए लोकायुक्त की टीम ने बाबू को रंगे हाथ धर दबोचा.

Intro:एंकर - सरकारी महकमों में रिश्वत लेने का चलन इस कदर हावी हो चुका है कि लगातार रंगे हाथो पकड़े जाने के बाद भी कर्मचारी बिना रिश्वत के कोई भी काम करने को तैयार नही होते।ताजा मामला मुरैना जिले के वन विभाग के बाबू को ग्वालियर से आई लोकायुक्त की टीम ने 6 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बाबू शिवचरण राठौर ने सागौन के पेड़ काटने की परमिशन देने के लिए किसान से 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।जिसकी दूसरी किश्त देते समय लोकायुक्त की टीम ने वन विभाग के कार्यालय में ही रिश्वत लेते बाबू को रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया।


Body:वीओ - वन विभाग में चल रही है ये कार्रवाही उस बाबू पर चल रही है। जिसने एक साल से चौखुटी गाँव निवासी किसान भारत सिंह मावई को परेशान कर रखा था। दरअसल भारत सिंह अपने खेत में लगाए गए सागौन के पेड़ों को काटना चाहता है नियमानुसार इसके लिए वन विभाग की परमिशन लेनी पड़ती है। पर बाबू शिवचरण उस परमिशन को देने के लिए एक साल से किसान भारत सिंह को परेशान कर रहा है। बाबू ने भारत सिंह से परमिशन के बदले 10 हजार रुपए की मांग की। परेशान किसान ने जिसकी शिकायत भारत सिंह ने लोकायुक्त एसपी से की इसके बाद किसान को एक रिकॉर्डर दिया इसके बाद 30 सितंबर को 2 हजार रुपए देते हुए उसकी पूरी रिकॉर्डिंग कर ली और उसके बाद लोकायुक्त की टीम ने आज 6 हजार लेते हुए बाबू को रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया ।


Conclusion:बाइट1- भारत मावई - फरियादी।
बाइट2 - डीके चतुर्वेदी - टीआई लोकायुक्त ग्वालियर।
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