मुरैना। कोटा बैराज और गांधी सागर बांध में जलस्तर बढ़ने से चंबल नदी में पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते चंबल नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. कोटा में हालत बिगड़ते जा रहे हैं. मुरैना में भी 11 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं. हालात बिगड़ता देख जिले के 90 गांवों में प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है. वहीं बाढ़ की स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए जिले में सेना तैनात कर दी गई है.
चंबल क्षेत्र में बाढ़ के हालात बन रहे हैं, जिसे लेकर सेना की एक टुकड़ी ने मोर्चा संभाल लिया है. जिसमें सेना के 5 अधिकारी सहित 64 जवान शामिल हैं. सेना को तीन भागों में अलग-अलग जगहों पर तैनात किया गया है. मुरैना एएसपी का कहना है कि जरूरत पड़ने पर और भी जवानों को तैनात किया जाएगा.
वहीं सेना के अलावा आपदा प्रबंधन की टीम जिले में पहले से ही मुस्तैद है. राजस्थान में हो रही लगातार बारिश के चलते हालात भी बिगड़ने की संभावना बनी हुई है. 23 सालों बाद चंबल नदी में इस तरह बाढ़ के हालात बने हैं.