मुरैना। जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. मुरैना जिले में वृद्धा आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को 4 महीने से राशन नहीं मिल रहा था. मुरैना के वृद्धा आश्रम में रहने वाले बुजुर्ग समाज सेवी संगठनों और आसपास के लोगों से मांगकर अपना पेट भर रहे थे. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्राथमिकता से दिखाया, उसके बाद सरकारी महकमें में हड़कंप मच गया और वृद्धा आश्रम में खाद्यान्न देने वाले पीडीएस की दुकान पर कलेक्टर ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए. कलेक्टर के निर्देश के बाद वृद्धा आश्रम को 4 महीने के बाद 100 किलो गेहूं आवंटित कर दिया गया. जिस पीडीएस दुकान के संचालक ने वृद्धा आश्रम के लिए राशन का स्टॉक होने के बाद भी गेहूं चावल नहीं दिया. उस पीडीएस संचालक पर खाद्य आपूर्ति विभाग ने लाइसेंस निलबिंत कर एफआइआर भी दर्ज करवा दी है.
PDS के राशन की हो रही थी कालाबाजारी
गौरतलब है कि मुरैना के माधौपुरा स्थित वृद्धा आश्रम को 4 महीने से राशन बंद करने का मामला ईटीवी भारत ने तीन दिन पहले उजागर किया था. ईटीवी भारत की खबर के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. पीडीएस दुकान के पास 4 महीने से वृद्धा आश्रम को राशन देने के लिए 100 किलो गेहूं नहीं था. जबकि हर महीने सैकड़ों क्विंटल गेहूं और चावल की कालाबाजारी की जा रही थी.
100 किलों गेहूं का स्टॉक मिला
कलेक्टर अनुराग वर्मा के निर्देश के बाद खाद्य आपूर्ति अधिकारियों ने पीडीएस की दुकान का निरक्षण कर दुकान को निलबिंत कर सिटी कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. निराश्रितों को सहारा देने वाले इन आश्रमों को सरकारी पीडीएस दुकान से राशन मिलता था. मेनका गांधी प्राथमिक उपभोक्ता सहकारी भंडार पीडीएस दुकान का संचालक गोपालपुरा का रहने वाला बताया जा रहा है. पुलिस ने दुकान संचालक गिर्राज शाक्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, इस कार्रवाई के बाद मुरैना वृद्धा आश्रम को 4 महीने बाद 100 किलो गेहूं का स्टॉक दिया गया है.