मुरैना। जिले के नगरा थाना क्षेत्र के अमोलपुरा गांव में रविवार सुबह चंबल रेत से भरी टैक्टर ट्रॉली को पकड़ने के लिए अम्बाह वन विभाग की टीम उसका पीछा कर रही थी. इस दौरान वन विभाग की टीम द्वारा की गई फायरिंग से अमोलपुरा गांव निवासी महावीर सिंह तोमर की मौत हो गई. इस मामले में देर रात अम्बाह रेंज के रेंजर दीपांकर सिंह की शिकायत पर सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने 100 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 353, 332 294 और 427 में मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक केस डायरी नगरा थाने पहुंचा दिया है. आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी.
100 के खिलाफ मामला दर्ज
नगरा थाना क्षेत्र में गोली लगने से ग्रामीण की मौत के बाद पुलिस ने नौ वन कर्मचारियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया था. जब इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई तो देर रात सिटी कोतवाली थाने में 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
नगरा घाट पर हो रहा खनन
फरियादी बने अम्बाह रेंज के रेंजर दीपांकर सिंह ने सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अतुल सिंह को बताया कि अम्बाह के वन आरक्षक रविवार सुबह चंबल के नगरा घाट पर रेत खनन और परिवहन की रेकी करने गए थे. अमोलपुरा गांव के पास टीम को रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली नजर आई, तो टीम ने उसका पीछा किया. सुबह 7 बजे करीब गांव के पास मूंग के खेत में भागने के दौरान रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली के फंस जाने पर उसे फॉरेस्ट की टीम ने जब्त कर लिया और ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया था.
ग्रामीणों ने वन आरक्षकों की टीम को घेरा
इस दौरान अमोलपुरा गांव के 100 से ज्यादा ग्रामीणों की भीड़ ने वन आरक्षकों की टीम को घेर लिया. भीड़ चंबल रेत से भरे जब्त ट्रैक्टर-ट्रॉली और ड्राइवर को वन कर्मचारियों पर दबाव बनाकर छुड़ा ले गई. इस शिकायत के बाद सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने शून्य पर 100 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर केस डायरी नगरा थाने पहुंचा दी है. अब आगे की कार्रवाई नगरा थाना पुलिस करेगी.
गोलीबारी में ग्रामीण की मौत
नगरा थाना क्षेत्र में रविवार की सुबह रेत माफिया और वन विभाग की टीम के बीच हुए विवाद के बाद हुई फायरिंग में अमोलपुरा गांव निवासी महावीर सिंह तोमर की मौत हो गई.आक्रोशित ग्रामीणों की भीड़ को देखकर वन विभाग की टीम अपनी गाड़ी छोड़कर भाग गई. नगरा थाना क्षेत्र के अमोलपुरा गांव में हुई इस घटना में जहां ग्रामीण दावा कर रहे हैं, कि मृतक शौच के लिए गया था. वहीं वन विभाग के अनुसार मृतक रेत के ट्रैक्टर को छुड़ाने के लिए वहां आया और उस दौरान हुई गोलीबारी में उसकी मौत हुई है.
चंबल नदी के नगरा घाट से रेत के खनन का वीडियो वायरल
आक्रोशित ग्रामीणों ने अटेर रोड पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया था, जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों और क्षेत्रीय नेताओं की समझाइश के दो घंटे बाद परिजनों ने जाम खोला. हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में नौ वन कर्मचारियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था.