मुरैना। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष इलियास आप्टे तीन दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन में भाग लेने मुरैना पहुंचीं. यहां उन्होंने महिलाओं पर हो रहे अपराध को रोकने में मोदी सरकार को नाकाम बताया. उन्होंने कहा कि सरकार ने 2016 के बाद से महिला अपराधों के आंकड़े NCRB की की रिपोर्ट में सार्वजनिक करना बंद कर दिया है. इसके साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली और विवेचना पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि 81 फीसदी मामलों में अपराधियों को सजा नहीं मिलती है.
उन्होंने कहा कि 2016 के आंकड़ों को देखा जाए तो 3.39 लाख महिला अपराध एक वर्ष में घटे, जिनमें से 38 हजार 346 सिर्फ दुष्कर्म के मामले थे. वहीं 18 हजार नाबालिग बच्चियों के साथ घटित हुई दुष्कर्म की घटनाएं हैं. महिला नेत्री ने केंद्र सरकार पर महिला सुरक्षा के लिए चलाई जा रही निर्भया के बजट में कमी करने का आरोप भी लगाया.
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष इलियास आप्टे कहा कि चिंताजनक बात तो यह है 81 फ़ीसदी महिला अपराधों के खिलाफ कोर्ट में पीड़िता खड़ी ही नहीं हो पाती, जिसके लिए इस प्रांतीय सम्मेलन में चर्चा कर कार्ययोजना तैयार की जा रही है. जिस पर पूरे देश में संगठन आने वाले समय में सरकार के खिलाफ महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ेगा.