मुरैना। औरंगाबाद रेल हादसे में मारे गए मजदूरों को श्रद्धांजलि देते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मजदूरों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग सरकार से की है. मांग के समर्थन में माकपा के कार्यकर्ताओं ने मुरैना के कैलारस में सोशल डिस्टेसिंग के साथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने कहा कि मजदूर लॉकडाउन में परेशान होकर अपनी जान गंवा रहे हैं. जिसकी जिम्मेदार सरकार की है. इसलिए औरंगाबाद ही नहीं बल्कि इस दौरान जितने भी मजदूरों की मौत घर वापस आते समय हुई है. उन सभी के परिवारों को सरकार को तत्काल राहत राशि उपलब्ध करानी चाहिए.
माकपा नेताओं ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि मृतक मजदूरों के खाते में एक 1-1 करोड़ रुपए का मुआवजा देने के साथ प्रत्येक नागरिक के खाते में 7500 हजार रुपए भी डाले जाएं. जबकि सभी परिवार को तत्काल 35 किलो खाद्यान्न भी उपलब्ध कराया जाए. माकपा ने सरकार से मांग की है कि सरकार इस महामारी के समय में घोषणा करने के बजाए खासतौर से मजदूरों, गरीबों , खेतिहर मजदूरों, किसानों को सहायता दें. क्योंकि इस वक्त देश में इसी वर्ग की सबसे ज्यादा हालात खराब है. इसलिए सरकार को सबसे पहली इनकी सुरक्षा और की तरफ ध्यान देना चाहिए.