मुरैना। नए तीन कृषि कानूनों के विरोध में लगातार किसान आंदोलन कर रहे हैं. अब इन कानूनों के विरोध में कांग्रेस ने दो बड़े आंदोलन की रणनीति बनाई है, जिसमें एक आंदोलन 20 जनवरी को खाट पंचायत में आयोजित किया जाएगा. जबकि दूसरा आंदोलन 23 जनवरी को गवर्नर हाउस भोपाल में घेराव कर किया जाएगा. इन दोनों आंदोलनों के बारे में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने जानकारी दी है.
जहरीली शराब कांड में मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे मंत्री
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा सोमवार को मुरैना जहरीली शराब कांड में 25 से ज्यादा लोगों की मौत पर मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे. इस दौरान मीडिया से रुबरू होते हुए उन्होंने कहा कि 20 जनवरी को मुरैना के देवरी ग्राम में किसान पंचायत का आयोजन किया जाएगा. इस किसान पंचायत को खाट पंचायत नाम दिया गया है, जिसमें न सिर्फ मुरैना जिले के बल्कि समूचे अंचल के किसानों को आमंत्रित किया गया है.
खाट पंचायत में किसान निर्णय कर लिखित प्रस्ताव करेंगे तैयार
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि खाट (चारपाई) पर बैठकर पंचायत की जाएगी. उस दौरान किसान केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधित तीनों कानूनों पर अपनी राय देंगे. खाट पंचायत में जो भी निर्णय लिए जाएंगे, वह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे ताकि कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जा सके.
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कमलनाथ और दिग्विजय सिंह होंगे शामिल
इस खाट पंचायत में कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, अजय सिंह, रामनिवास रावत सहित कांग्रेस पार्टी के सभी आला नेता मौजूद रहेंगे. इस दौरान वे किसान विरोधी कानूनों को लेकर एक सूत्रीय प्रस्ताव खाट पंचायत में पारित करेंगे, जिसे केंद्र सरकार को भेजकर कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की जाएगी.
23 जनवरी को करेंगे गवर्नर हाउस का घेराव
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कांग्रेस पार्टी की रणनीति बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जो तीन कृषि कानून लागू किए हैं, उन्हें वापस लेने के लिए वह लगातार संघर्ष करती रहेगी. इसी कड़ी में 20 जनवरी को मुरैना में खाट पंचायत के आयोजन के बाद 23 जनवरी को भोपाल में गवर्नर हाउस का घेराव किया जाएगा.