मुरैना। जिले में भाई दूज के मौके पर जब जेल में बंद भाइयों से बहनों को मिलने से मना कर दिया गया, तो 100 से ज्यादा नाराज बहनें कलेक्टर बंगले का घेराव करने पहुंची. ये घेराव करीब 30 मिनट तक चला. जिसके बाद बहनों ने कलेक्टर प्रियंका दास से मुलाकात की.
अपने भाइयों को मिलने नहीं देने से गुस्साईं बहनों को समझाने की बजाय प्रशासन ने जबरन हटाने की कोशिश शुरू कर दी. बहनों ने बताया कि अधिकारी कह रहे हैं कि तुम्हारे भाई अपराध करते हैं और तुम यहां गुंडागर्दी कर रही हो. जिससे महिलाएं आक्रोशित होने लगी और स्थिति बिगड़ने लगी. लेकिन तभी मौके की नजाकत भांपकर एसडीएम ने महिलाओं को कहा कि जेल में मुलाकात शुरू हो गई हैं. एसडीएम की बात सुनकर महिलाओं ने खुद ही जाम खत्म किया और जेल रवाना हो गईं.
जब बहनें फिर से जेल पहुंची तो जेलर ने सभी बहनों को शासन का आदेश पढ़कर सुनाया जब महिलाएं मानी. इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि हमने उनको मिलने से मना नहीं किया है, वो यहां आईं ही नही हैं. जो आदेश था वो केन्द्रीय जेल ग्वालियर का था लेकिन महिलाओं की समस्या को देखते हुए सामान्य इंटरकॉम से मुलाकात कराई जा रही है.