मुरैना| सूरत कोचिंग अग्निकांड के बाद प्रदेश में प्रशासन ने आनन-फानन में कोचिंग सेंटरों को सील करने की कवायद शुरू कर दी है. प्रशासन की इस कार्रवाई से कोचिंग संचालक भी बौखलाए हुए हैं. मुरैना जिले के सभी कोचिंग संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. वहीं मुरैना विधायक कोचिंग संचालकों के साथ मिलकर सरकार के निर्देश पर की जा रही कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं.
मुरैना जिले के 40 कोचिंग सेंटरों को सील करने के बाद आज नेहरू पार्क में जिले भर के कोचिंग संचालकों ने एकत्रित होकर हड़ताल शुरु कर दी है. वहीं कांग्रेस सरकार के दो विधायकों ने भी उनको अपना समर्थन देकर कलेक्टर से मिलने की बात कही है. एक तरफ तो सरकार के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं सरकार के विधायक इस कार्रवाई के खिलाफ खड़े हो रहे हैं. विधायकों के कहना है कि कोचिंग संचालकों को समय देना चाहिए पर प्रशासन मनमानी कर रहा है.
मुरैना कलेक्टर प्रियंका दास ने साफ कर दिया कि बिना नियमों को पूरा किए कोचिंग सेंटर्स को नहीं खोला जा सकता है. प्रशासन भी नहीं चाहता कि किसी बच्चे की पढ़ाई का नुकसान हो पर जब तक संचालक लिखित में नहीं देंगे, कि तय समय सीमा में सभी व्यवस्थाएं पूरी कर लीं जाएंगी तब तक कोचिंग सेंटर्स को नहीं खोला जाएगा.