मुरैना। बॉलीवुड स्टार इरफान खान के निधन ने पूरे देश में शोक की लहर है. चम्बल, बीहड़ और बागियों के ऊपर कई फिल्में बनी हैं, लेकिन बागियों के जीवन से जुड़े कठोर सत्य को फ़िल्म डकैत पानसिंह तोमर में दिखाया गया था. जिसके मुख्य कलाकार थे अभिनेता इरफान खान. इसमें इरफान खान के अभिनय ने उन्हें चम्बल अंचल में एक लोकप्रिय अभिनेता बना दिया. आज इरफान खान के निधन से मुरैना जिले के लोगों ने अपने शब्दों के माध्यम से श्रद्धांजलि दी.
इरफान ने निभाया था पान सिंह का किरदार
जिले के पोरसा तहसील के भिडौसा गांव के रहने वाले भारतीय सेना के जवान और अंतरराष्ट्रीय धावक पानसिंह तोमर को जब शासन-प्रशासन से न्याय नहीं मिला तो वो बगावत कर बीहड़ों की शरण मे चले गए. वहीं चम्बल अंचल में एक नामचीन गिरोह के सरदार के रूप में उनकी पहचान बनी. अंतरराष्ट्रीय धावक पानसिंह तोमर से बागी पानसिंह तोमर के जीवन पर बनी फिल्म डकैत पानसिंह तोमर के मुख्य किरदार अभिनेता इरफान खान थे.
डायलॉग हुआ था लोकप्रिय
इरफान खान ने पानसिंह तोमर के रूप में शासन-प्रशासन पर जो कटु सत्य बोलकर प्रहार किए, जिसमे एक डायलॉग बेहद लोकप्रिय हुआ "बीहड़ में तो बागी रहते हैं साहब, डकैत तो पार्लियामेंट में मिलते है ". फ़िल्म के इस एक डायलॉग ने चम्बल अंचल में अभिनेता इरफान खान को लोकप्रिय कलाकार के रूप में एक पहचान दिलाई.