मुरैना। यूको बैंक लोन घोटाले में सीबीआई और आयकर विभाग की टीम ने जरूरी दस्तावेज और साक्ष्य जुटाकर फिलहाल मुरैना छोड़ दिया है. इस दौरान सीबीआई और आयकर विभाग की टीम ने संयुक्त कार्यवाई करते हुए शांति विहार हाउस के संचालक लीलावती अग्रवाल के साथ गहन पूछताछ की.
सीबीआई और आयकर विभाग की टीम ने यूको बैंक लोन घोटाले में शांति व्यारा उसके संचालक ओमेंद्र अग्रवाल सघन पूछताछ करते हुए आवश्यक दस्तावेज जुटाए हैं. उनके ऑफिस स्कूल सहित घर पर मिले कंप्यूटर और लैपटॉप को अपने कब्जे में ले लिया है. इसके बाद टीम मुरैना से तो चली गई, लेकिन अशोकनगर और गुनाह स्थित वेयर हाउस कोल्ड स्टोर्स और अनाज ग्रेडिंग प्लांट पर भी कार्रवाई की. बरबस वेयरहाउस से काटी गई फर्जी रसीदों के आधार पर यूको बैंक से 187 करोड़ रुपए का रण फाइनेंस हुआ है, जिसकी रिकवरी ना होने पर बैंक नया केस सीबीआई को सौंप दिया. इसके बाद सीबीआई ने मुरैना और अशोक नगर में दबिश दी थी.
बताया जा रहा है कि सीबीआई जल्दी भोपाल में उन 372 खाताधारकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट ईशु कराएगी, जिनके नाम पर वेयरहाउस की फर्जी रसीदों के आधार पर 187 करोड़ के लोन निकाले गए. सीबीआई ने अपनी कार्रवाई की पूरी रणनीति तैयार कर ली है