मुरैना। लोकायुक्त की टीम (Lokayukta team) ने मंगलवार को जिला उद्योग विभाग (District Industries Department) के बाबू (Clerk) को 3 हजार की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथ गिरफ्तार (Arrest) किया है. बाबू ने डेयरी उद्योग (dairy industry) के लिए 7 लाख रुपए का लोन (Loan) मंजूर करने के बदले में फरियादी से 15 हजार रुपए रिश्वत (Bribe) की मांग की थी. ये रकम 5-5 हजार के रूप में 3 किस्तों में देना तय हुआ था. फिलहाल, रिश्वतखोर बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत मामला (Case) दर्ज किया गया है.
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, जिले के सिविल लाइन थाना (Civil Line Thana) क्षेत्र में रहने वाले विनोद गुर्जर ने डेयरी उद्योग (dairy industry) स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना (Pradhanmantri Swarojgar Yojana) के तहत आवेदन किया था. डेयरी उद्योग (dairy industry) के लिए 7 लाख का लोन मंजूर करने के नाम पर ऑफिस में पदस्थ बाबू (Clerk) देवेंद्र गुप्ता (Devendra gupta) ने उससे 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की. साथ ही बाबू ने रिश्वत नहीं देने पर उसके आवेदन को निरस्त करवाने की बात भी कही. विनोद गुर्जर ने इसकी शिकायत एसपी लोकायुक्त संजीव सिन्हा से की.
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बाबू को पकड़ने का बनाया प्लान
एसपी (SP) ने रिश्वतखोर बाबू को पकड़ने के लिए इंस्पेक्टर ब्रजमोहन नरवरिया को टास्क (Task) दिया. इसके बाद इंस्पेक्टर नरवरिया ने बाबू को रंगे हाथ दबोचने की योजना बनाई. योजना के अनुसार फरियादी विनोद गुर्जर ने बाबू से लेनदेन की बात की तो 15 हजार रुपए 3 किस्तों में देना तय हुआ. ये बात विनोद ने रिकॉर्ड (Record) कर ली.
मौके पर रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
विनोद रिश्वत की पहली किस्त (installment) लेकर जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र के दफ्तर (Office) में पहुंच गया. उसने जैसे ही 3 हजार रुपए बाबू देवेंद्र गुप्ता के हाथ मे थमाए, लोकायुक्त की टीम (Lokayukta team) ने उसे दबोच लिया. इंस्पेक्टर ब्रजमोहन नरवरिया का कहना है कि मंगलवार दोपहर 3 हजार की रिश्वत लेते जिला उद्योग एवं व्यापार विभाग के बाबू को गिरफ्तार किया है. उसने फरियादी से 7 लाख का लोन मंजूर कराने के नाम पर 15 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी. फिलहाल, बाबू को गिरफ्तार कर उसे जमानात पर छोड़ दिया गया है.