मुरैना। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होने से स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. DRDE ग्वालियर से आई रिपोर्ट में पहली बार एक साथ 46 मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. संक्रमित मरीजों में मुरैना तहसीलदार के हेड क्लर्क, एसी मैकेनिक और उसकी पत्नी, हिंदू जागरण मंच और कोचिंग संघ के जिला अध्यक्ष पॉजिटिव मरीजों में शामिल हैं. पूरे प्रदेश में भोपाल, इंदौर, उज्जैन के बाद मुरैना जिला नया हॉटस्पॉट के रूप में उभर कर सामने आया है. ऐसे में जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है कि किसी भी तरह से इन हालातों पर काबू पाया जा सके.
लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए मुरैना जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है. मुरैना जिले से लगे हुए राजस्थान इलाके की सीमा पर बिना परीक्षण के प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित है. इसी के साथ दो दिन पहले एक ई-रिक्शा चालक पॉजिटिव आने पर जिला प्रशासन ने ई-रिक्शा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
हालांकि जिला कलेक्टर प्रियंका दास की माने तो बड़ी संख्या में सैंपल भेजे जाने से पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा भी बढ़कर सामने आया है. जिसमें अधिकांश मरीज पॉजिटिव मरीजों के कांटेक्ट लिस्ट में से ही पाई गई हैं. कुछ मरीजों की हिस्ट्री आगरा और दिल्ली की पाई गई है, ऐसे में लगातार कलेक्टर खुद इस हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
कलेक्टर ने कहा कि सभी मरीजों से जानकारी लेकर उसी के हिसाब से आगे की प्लानिंग की जाएगी. हर रोज लगातार मरीजों का आंकड़ा बढ़ने से शहरवासियों में डर का माहौल बना हुआ है. हालांकि कलेक्टर ने अभी बाजार बंद और कर्फ्यू लगाने का कोई निर्णय नहीं लिया है.
अब तक मुरैना में कोरोना मरीजों की संख्या 324 हो चुकी है. जिसमें से 152 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं. जिसके बाद अब जिले में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 170 है. वहीं अब तक तीन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो चुकी है.