मुरैना। पूरे भारत में कोरोना फैल चुका है, सरकार ने बहुत पहले ही कोरोना से बचने के लिए लॉकडाउन लगा दिया था. पूरे देश में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है, लोग हर तरह की सेवा में लगे हुए हैं, जो जिससे बन पा रहा है वो अपने हिसाब से देश में इस आपातकाल की घड़ी में सेवा दे रहा है. मुरैना जिले के 5 हजार से अधिक मजदूर अन्य राज्यों में अभी भी फंसे हैं जिन्हें लाने के लिए सरकार पूरी तैयारी कर रही है. आज भी ग्वालियर पहुंची एक ट्रेन से 350 मजदूर पंजाब से आये हैं. जिन्हें ग्वालियर स्टेशन पर ही मेडिकल चेकअप के बाद, बस से मुरैना लाया जाएगा. अभी तक सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और गुजरात से कुछ मजदूर अपने स्तर पर मुरैना पहुंच चुके हैं, साथ ही जो मजदूर बचे हैं उन्हें भी लाने की तैयारी की जा रही है.
कलेक्टर मुरैना प्रियंका दास के अनुसार रेलवे प्रशासन और राज्य सरकार के साथ बाहरी राज्यों में फंसे मजदूरों के लिए लगातार संपर्क में हैं. जैसे-जैसे ट्रेन आने के शेड्यूल बनने लगेंगे, हम उसी के अनुसार जिले के मजदूरों को लेने रेलवे स्टेशनों पर आएंगे.
ज्ञात हो कि अभी भी मुरैना जिले के लगभग 5 हजार से अधिक मजदूर कर्नाटक, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, गुजरात और बड़ी संख्या में महाराष्ट्र में फंसे हैं. हालांकि गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से कुछ मजदूर अपने स्तर पर आ भी गए हैं.