मुरैना। सोन घड़ियाल अभ्यारण्य के लिए मुरैना के देवरी ईको सेंटर से देर शाम 27 घड़ियालों को सीधी के लिए रवाना किया गया है जिसमें 3 नर घड़ियाल है और 24 मादा घड़ियाल हैं. हालांकि जिस सोन नदी में भी इन घड़ियालों को भेजा जा रहा है वहां भी इनका बसेरा है, लेकिन चंबल की तुलना में सोन नदीं में घड़ियालों की संख्या काफी कम है. ऐसे में घड़ियालों की संख्या को संतुलित करने के लिए देवरी ईको सेंटर से 30 घड़ियाल उपलब्ध कराने की मांग की गई थी.
इसके बाद 30 घड़ियालों को चंबल नदी से सोन नदी में भेजने की इस डिमांड को प्रधान मुख्य वन सरंक्षक भोपाल के पास भेज दिया गया था. जहां अब इस मांग को स्वीकार करते हुए 27 घड़ियालों के ट्रांसलोकेशन अनुमति दे दी गई.
वहीं पंजाब की व्यास नदी के लिए भी पंजाब सरकार की तरफ से ऐसी मांग आई है. जिस पर अनुमति मिलने के बाद व्यास नदी के लिए भी मुरैना से घड़ियाल भेजे जा सकते हैं. आपको बता दें कि, एक समय ऐसा भी था जब घडियालों की प्रजाति पर ही अस्तित्व का खतरा मंडरा रहा था. हालांकि अब घड़ियाल सेंचुरी में किए जा रहे प्रयासों के चलते इनकी प्रजाति फल-फूल रही है. अब चंबल के घड़ियाल प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी भेजे जा रहे हैं.