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शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन, 10 राज्यों के 170 प्राध्यापक रखेंगे अपने विचार - मुरैना

मुरैना के शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शिक्षा पद्धति में सुधार के लिए एक राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें 10 राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आने वाले 170 प्राध्यापक अपने-अपने शोध के आधार पर अपने अनुभव साझा करेंगे.

राष्ट्रीय कार्यशाला में 10 राज्यों के 170 प्राध्यापक रखेंगे अपने अनुभव
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Published : Oct 19, 2019, 8:45 PM IST

Updated : Oct 19, 2019, 9:10 PM IST

मुरैना। जिले में शिक्षा पद्धति में सुधार के लिए एक शहर के शासकीय स्नात्तकोतर महाविद्यालय में एक नेशनल वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. जिसे इनोवेटिव मेथड ऑफ टीचिंग एंड लर्निंग इन हायर एजुकेशन नाम दिया गया था. इस वर्कशॉप के जरिए शिक्षा पद्धति को आधुनिक और व्यवसायिक बनाने के लिए क्या सुधार किए जाए इस पर चर्चा की जाएगी.

शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

कार्यशाला में10 राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आने वाले 170 प्राध्यापक अपने-अपने शोध के आधार पर अपने अनुभव साझा करेंगे. जिससे शिक्षा पद्धति में सुधार के नए आयाम ढूढ़े जाएगे. इस बता दें कि इसमें विभिन्न प्राध्यापकों द्वारा दिए जाने वाले सुझावों और रिसर्च शोध पत्रों को संकलित कर एक समिति बनाई जाएगी, जिसके आधार पर राज्य शासन और यूजीसी को भेज कर शिक्षा पद्धति को और व्यवहारिक बनाने के लिए सिफारिश की जाएगी

बताया गया है कि शिक्षा सरलीकरण और व्यवसायिक हो ताकि व्यक्ति रोजगार पा कर शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकें. ताकि बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मिल सके.

मुरैना। जिले में शिक्षा पद्धति में सुधार के लिए एक शहर के शासकीय स्नात्तकोतर महाविद्यालय में एक नेशनल वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है. जिसे इनोवेटिव मेथड ऑफ टीचिंग एंड लर्निंग इन हायर एजुकेशन नाम दिया गया था. इस वर्कशॉप के जरिए शिक्षा पद्धति को आधुनिक और व्यवसायिक बनाने के लिए क्या सुधार किए जाए इस पर चर्चा की जाएगी.

शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

कार्यशाला में10 राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आने वाले 170 प्राध्यापक अपने-अपने शोध के आधार पर अपने अनुभव साझा करेंगे. जिससे शिक्षा पद्धति में सुधार के नए आयाम ढूढ़े जाएगे. इस बता दें कि इसमें विभिन्न प्राध्यापकों द्वारा दिए जाने वाले सुझावों और रिसर्च शोध पत्रों को संकलित कर एक समिति बनाई जाएगी, जिसके आधार पर राज्य शासन और यूजीसी को भेज कर शिक्षा पद्धति को और व्यवहारिक बनाने के लिए सिफारिश की जाएगी

बताया गया है कि शिक्षा सरलीकरण और व्यवसायिक हो ताकि व्यक्ति रोजगार पा कर शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकें. ताकि बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा मिल सके.

Intro:वर्तमान शिक्षा पद्धति को आधुनिक और व्यवसायिक बनाने के लिए क्या सुधार किए जाएं इसके लिए एक राष्ट्रीय कार्यशाला नेशनल वर्कशॉप ऑन इनोवेटिव मेथड ऑफ टीचिंग एंड लर्निंग इन हायर एजुकेशन का आयोजन आज शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मुरैना में किया जा रहा है जिसमें 10 राज्यों से विभिन्न विश्वविद्यालयों से आने वाले 170 प्राध्यापक अपने-अपने शोध के आधार पर अपने अनुभव साझा करेंगे ।


Body:विभिन्न प्राध्यापकों द्वारा दिए जाने वाले सुझावों और रिसर्च शोध पत्रों को संकलित कर एक समिति बनाई जाएगी जिसके आधार पर राज्य शासन और यूजीसी को भेज कर शिक्षा पद्धति को और व्यवहारिक बनाने के लिए सिफारिश की जाएगी । शिक्षा में सरलीकरण है और व्यवसायिक हो ताकि व्यक्ति रोजगार परक शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बने ।


Conclusion:बाइट 1- प्रो डॉ विनायक सिंह तोमर , प्राध्यापक पीजी कालेज मुरेना , एवं कार्यशाला आयोजक
Last Updated : Oct 19, 2019, 9:10 PM IST
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