मंदसौर। आमतौर पर लोग ऑटो, कार यहां तक कि बाइक खरीदने के लिए भी लोन लेते हैं. लेकिन क्या कभी ऐसा सुना है कि किसी ने हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए लोन की मांग की है. नहीं सुना होगा. लेकिन MP के मंदसौर जिले में ऐसा हुआ है. ये मांग की है एक महिला किसान ने, जो कि अपने खेत का रास्ता खुलवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट-काट थक गई है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई है.
राष्ट्रपति को लिखा पत्र
मंदसौर जिले के शामगढ़ तहसील की ये कहानी है. यहां के आगर गांव में रहने वाली महिला किसान बसंती बाई ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. इस पत्र में हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए लोन देने और उसे चलाने के लिए लाइसेंस की मांग की गई है. बसंती ने दबंगों से परेशान होकर ऐसी मांग की है. जानकारी के मुताबिक महिला के खेतों पर जाने का रास्ता दबंगों ने बंद कर दिया है. बसंती ने खेत का रास्ता खुलवाने के लिए सरकारी कार्यालयों के कई बार चक्कर काटे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद अब आखिरी आस बसंती को राष्ट्रपति के पास ही दिख रही है.
जमीन से ही हो रहा जीवनयापन
महिला किसान बसंती बाई और उनके पति रामकरण लोहार ने पत्र में अपना दर्द बयां किया हैं. उन्होंने पत्र में बताया है कि गांव में उनकी 0.41 हेक्टेयर यानि सिर्फ दो बीघा रकबे की छोटी-सी जमीन है. बसंती बाई और उनका परिवार का पालन-पोषण इसी दो बीघा जमीन पर उपजे अनाज के जरिए हो रहा है. लेकिन पिछले कुछ समय से उनके खेत पर जाने के रास्ते को गांव के ही दबंग परमानंद पाटीदार ओर उसके बेटे लवकुश पाटीदार ने बंद कर दिया है. खेत पर जाने के रास्ते में खाई बना दी है, जिस कारण खेत पर जाना मुश्किल हो रहा है.
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'हवा के रास्ते पहुंच सकूं खेत'
बसंती बाई ने बताया कि खेत पर जाने के रास्ते को खोलने के लिए उन्होंने कई अधिकारियों के दफ्तरों में चक्कर काट लिए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में अब उन्होंने राष्ट्रपति से हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए लोन मांगा है. साथ ही हेलिकॉप्टर चलाने के लिऐ लाइसेंस की भी मांग की है, ताकी वे हवा के रास्ते सीधे अपने खेत में पहुंच सकें.