ETV Bharat / state

जगने से सोने तक पानी की ही चिंता में 'सूख' रही जनता - water crisis in mp

गर्मी की शुरुआत होते ही मंदसौर जिले में जल संकट गहराने लगा है. इससे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है.

water crisis
जल संकट
author img

By

Published : Mar 19, 2021, 1:41 PM IST

Updated : Mar 19, 2021, 1:58 PM IST

मंदसौर। तेज गर्मी की शुरुआत हो गई है, जिसकी वजह से जिले के जलस्रोत अब दम तोड़ते नजर आ रहे है. वॉटर लेवल एक हजार फिट से भी नीचे जा चुका है. आलम यह है कि जिला सालों के बाद भी डार्क जोन से बाहर नहीं आ पा रहा है. डिगांव गांव के ग्रामीणों को सुबह उठते ही पानी की चिंता सताने लगती है.
महज 10 मिनट चलता है ट्युवलेब
गांव में एक मात्र सरकारी ट्यूबवेल है, जो अब दम तोड़ चुका है. ट्युवलेब महज 10 मिनट ही चलता है. इसके बाद फिर 1 घंटा इंतजार कर ट्यूबवेल से दोबारा पानी बहता है. एक ही स्त्रोत होने के चलते सुबह से ही ग्रामीण अपने बर्तनों को लेकर लाइन में खड़े हो जाते है. जो लाइन में लेट लगता है, उसे पानी नहीं मिल पाता है.

जल संकट

जल स्त्रोतों को बचाने के प्रति नगर पालिका उदासीन, सभी सरकारी कुएं सूखे
हालांकि, डिगांव गांव के प्रधान प्रतिनिधि दिनेश माली का कहना है कि गांव में एक ही ट्यूबवेल है, जो गांव में पानी की पूर्ति करता है. यह ट्यूबवेल भी महज 10 मिनट ही पानी दे रहा है. एक अन्य ट्यूबवेल खनन की अनुमति मिली है. वहीं ग्रामीण का ये भी कहना है कि सरकार पानी की व्यवस्था तो करवा ही दें. यह मूल जरूरत है.

मंदसौर। तेज गर्मी की शुरुआत हो गई है, जिसकी वजह से जिले के जलस्रोत अब दम तोड़ते नजर आ रहे है. वॉटर लेवल एक हजार फिट से भी नीचे जा चुका है. आलम यह है कि जिला सालों के बाद भी डार्क जोन से बाहर नहीं आ पा रहा है. डिगांव गांव के ग्रामीणों को सुबह उठते ही पानी की चिंता सताने लगती है.
महज 10 मिनट चलता है ट्युवलेब
गांव में एक मात्र सरकारी ट्यूबवेल है, जो अब दम तोड़ चुका है. ट्युवलेब महज 10 मिनट ही चलता है. इसके बाद फिर 1 घंटा इंतजार कर ट्यूबवेल से दोबारा पानी बहता है. एक ही स्त्रोत होने के चलते सुबह से ही ग्रामीण अपने बर्तनों को लेकर लाइन में खड़े हो जाते है. जो लाइन में लेट लगता है, उसे पानी नहीं मिल पाता है.

जल संकट

जल स्त्रोतों को बचाने के प्रति नगर पालिका उदासीन, सभी सरकारी कुएं सूखे
हालांकि, डिगांव गांव के प्रधान प्रतिनिधि दिनेश माली का कहना है कि गांव में एक ही ट्यूबवेल है, जो गांव में पानी की पूर्ति करता है. यह ट्यूबवेल भी महज 10 मिनट ही पानी दे रहा है. एक अन्य ट्यूबवेल खनन की अनुमति मिली है. वहीं ग्रामीण का ये भी कहना है कि सरकार पानी की व्यवस्था तो करवा ही दें. यह मूल जरूरत है.

Last Updated : Mar 19, 2021, 1:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.