मंदसौर/विदिशा/रायसेन। मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों के माथे पर शिकन ला दी है. राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि के चलते तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई है. इससे फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है. ग्रामीण इलाकों में बिजली सप्लाई भी अनियमित हो गई है.
नींबू के आकार के ओले गिरे: मध्यप्रदेश के मालवा इलाके में दूसरे दिन भी बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि ने फसलों पर कहर बरपाया. सोमवार शाम तेज बारिश के साथ यहां भारी मात्रा में ओले गिरे, जिसके चलते तमाम तहसीलों में बची हुई फसलें भी चौपट हो गईं. मंदसौर में अफीम, गेहूं, चना और धनिया की फसल ओलावृष्टि से बर्बाद हो गई. यहां कई इलाकों में करीब आधे घंटे तक नींबू के आकार के ओले भी गिरे. हालांकि, राजस्व विभाग ने रविवार को हुए नुकसान के मामले में सुबह से ही फसलों का सर्वे शुरू कर दिया था, लेकिन दोबारा ओलावृष्टि से बड़े पैमाने पर हुए फसल नुकसान से अब किसानों की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है.
मध्यप्रदेश के मौसम का हाल.... |
प्रशासन अलर्ट मोड पर: विदिशा जिले की तहसील सिरोंज में भी जबरदस्त ओलावृष्टि हुई. खेतों में सफेद चादर सी बिछ गई है. ओलावृष्टि, तेज हवाओं के साथ बारिश से अन्नदाताओं को काफी नुकसान का अनुमान है. जिला शासन-प्रशासन अलर्ट मोड पर है. पूरे जिले में कितना नुकसान हुआ है, इसका आकलन किया जा रहा है. रायसेन की गौहरगंज तहसील के कई गांवों में भी ओले गिरे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.