मंदसौर। गुरुवार को होने वाले सूर्य ग्रहण का मालवा इलाके में इस बार आंशिक प्रभाव रहेगा. सूर्य ग्रहण का समय सुबह 8 बज कर 10 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. इस अवधि में मंदसौर के भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के अलावा, इलाके के तमाम मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे.वहीं ग्रहण काल के 12 घंटे पहले ही सूतक का काल लग जाएगा. लिहाजा बुधवार शाम 8 बजकर10 मिनट के बाद से ही मंदिरों में पूजा-पाठ के कार्यक्रम भी वर्जित रहेंगे.
सूर्य ग्रहण का मालवा इलाके में होगा आंशिक प्रभाव, ग्रहण के बाद खोले जाएगें पशुपतिनाथ मंदिर के कपाट - solar eclipse
गुरुवार को होने वाले सूर्य ग्रहण के चलते मंदसौर के प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के अलावा, इलाके के तमाम मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे.
![सूर्य ग्रहण का मालवा इलाके में होगा आंशिक प्रभाव, ग्रहण के बाद खोले जाएगें पशुपतिनाथ मंदिर के कपाट The doors of Pashupatinath temple will remain closed during solar eclipse](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5493082-thumbnail-3x2-img.jpg?imwidth=3840)
सूर्य ग्रहण के दौरान बंद रहेंगे पशुपतिनाथ मंदिर के कपाट
मंदसौर। गुरुवार को होने वाले सूर्य ग्रहण का मालवा इलाके में इस बार आंशिक प्रभाव रहेगा. सूर्य ग्रहण का समय सुबह 8 बज कर 10 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. इस अवधि में मंदसौर के भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के अलावा, इलाके के तमाम मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे.वहीं ग्रहण काल के 12 घंटे पहले ही सूतक का काल लग जाएगा. लिहाजा बुधवार शाम 8 बजकर10 मिनट के बाद से ही मंदिरों में पूजा-पाठ के कार्यक्रम भी वर्जित रहेंगे.
सूर्य ग्रहण के दौरान बंद रहेंगे पशुपतिनाथ मंदिर के कपाट
सूर्य ग्रहण के दौरान बंद रहेंगे पशुपतिनाथ मंदिर के कपाट
Intro:मंदसौर। गुरुवार को होने वाले सूर्य ग्रहण का मालवा इलाके में इस बार आंशिक प्रभाव रहेगा। खग्रास वलियाकार सूर्य ग्रहण का समय सुबह 8बज कर 10 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर51मिनट तक रहेगा। इस अवधि में मंदसौर के भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के अलावा इलाके के तमाम मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। ग्रहण काल के 12 घंटे पहले ही सूतक का काल लग जाएगा, लिहाजा बुधवार शाम 8बजकर10 मिनट के बाद से ही मंदिरों में पूजा-पाठ के कार्यक्रम भी वर्जित होंगे।
Body:पशुपतिनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी कैलाश भट्ट ने बताया कि इस अवधि में भगवान पशुपतिनाथ की पूजा अर्चना और आरतियों की आराधना भी नहीं होगी। मंदिर में केवल भगवान के दर्शन हो सकेंगे ।लेकिन गुरुवार की सुबह ग्रहण काल शुरू होते ही 8 बजकर10 के बाद मंदिर के गर्भ गृह के कपाट बंद होंगे और 10 बजाकर51 पर ग्रहण खत्म होते ही कपाट खोल दिए जाएंगे। इसके बाद भगवान का अभिषेक और श्रंगार होगा और भोग आरती के बाद ही आम लोगों के लिए दर्शन हेतु गर्भ ग्रह के कपाट खोले जाएंगे।
byte: पंडित कैलाश भट्ट ,प्रधान पुजारी, पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर
विनोद गौड़,रिपोर्टर, मंदसौर.
Conclusion:
Body:पशुपतिनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी कैलाश भट्ट ने बताया कि इस अवधि में भगवान पशुपतिनाथ की पूजा अर्चना और आरतियों की आराधना भी नहीं होगी। मंदिर में केवल भगवान के दर्शन हो सकेंगे ।लेकिन गुरुवार की सुबह ग्रहण काल शुरू होते ही 8 बजकर10 के बाद मंदिर के गर्भ गृह के कपाट बंद होंगे और 10 बजाकर51 पर ग्रहण खत्म होते ही कपाट खोल दिए जाएंगे। इसके बाद भगवान का अभिषेक और श्रंगार होगा और भोग आरती के बाद ही आम लोगों के लिए दर्शन हेतु गर्भ ग्रह के कपाट खोले जाएंगे।
byte: पंडित कैलाश भट्ट ,प्रधान पुजारी, पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर
विनोद गौड़,रिपोर्टर, मंदसौर.
Conclusion: