ETV Bharat / state

अतिवृष्टि से पीड़ित किसानों को अभी तक नहीं मिला मुआवजा ,किसानों में आक्रोश

खरीफ मौसम में हुई अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के लिए किसान आज भी मुआवजे की राशि के लिए भटक रहे हैं, बावजूद इसके प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई में व्यस्त है.

People suffering from hypertension have not yet received compensation
अतिवृष्टि से पीड़ित लोगों को अभी तक भी नहीं मिला मुआवजा
author img

By

Published : Jan 23, 2020, 7:41 PM IST

मंदसौर। खरीफ मौसम में हुई अतिवृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ था. एक तरफ जहां किसानों की फसलें बर्बाद हुईं. वहीं किसानों के घर भी भारी बारिश से बर्बाद हुए. बावजूद इसके किसानों को न तो आजतक कोई मुआवजा दिया गया और न ही शासन की तरफ से कोई मदद. जिसके चलते किसान इस नुकसान से आजतक नहीं उभर पाए हैं.

बाढ़ से बर्बाद हुई फसल की राहत के लिए राज्य सरकार ने दो फेज में मुआवजा बांटने की योजना बनाई है. लेकिन जिले के 60 फ़ीसदी लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिल पाया है. वहीं बाढ़ की चपेट में आई निचली बस्तियों के मामले में प्रशासनिक अधिकारी अभी भी कानूनी कार्रवाई करने की ही बात कर रहे हैं.

अतिवृष्टि से पीड़ित लोगों को अभी तक भी नहीं मिला मुआवजा

बता दें जिले में भारी बारिश के चलते लगभग 4000 लोगों के मकान ढह गए थे. इसके साथ ही लगभग 60 हजार हेक्टेयर जमीन में खड़ी सोयाबीन और उड़द की फसलें भी पूरी तरह नष्ट हो गई थी. लेकिन पीड़ित लोग अभी भी मुआवजे की राशि के लिए तरस रहे हैं.

मंदसौर। खरीफ मौसम में हुई अतिवृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ था. एक तरफ जहां किसानों की फसलें बर्बाद हुईं. वहीं किसानों के घर भी भारी बारिश से बर्बाद हुए. बावजूद इसके किसानों को न तो आजतक कोई मुआवजा दिया गया और न ही शासन की तरफ से कोई मदद. जिसके चलते किसान इस नुकसान से आजतक नहीं उभर पाए हैं.

बाढ़ से बर्बाद हुई फसल की राहत के लिए राज्य सरकार ने दो फेज में मुआवजा बांटने की योजना बनाई है. लेकिन जिले के 60 फ़ीसदी लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिल पाया है. वहीं बाढ़ की चपेट में आई निचली बस्तियों के मामले में प्रशासनिक अधिकारी अभी भी कानूनी कार्रवाई करने की ही बात कर रहे हैं.

अतिवृष्टि से पीड़ित लोगों को अभी तक भी नहीं मिला मुआवजा

बता दें जिले में भारी बारिश के चलते लगभग 4000 लोगों के मकान ढह गए थे. इसके साथ ही लगभग 60 हजार हेक्टेयर जमीन में खड़ी सोयाबीन और उड़द की फसलें भी पूरी तरह नष्ट हो गई थी. लेकिन पीड़ित लोग अभी भी मुआवजे की राशि के लिए तरस रहे हैं.

Intro:मंदसौर :।पिछले मानसून के दौरान जिले में हुई अतिवृष्टि से भारी नुकसान का अभी तक भी किसानों और लोगों को मुआवजा नहीं मिला है। जिले की तमाम तहसीलों में अतिवृष्टि और बाढ़ से हजारों लोगों की फसलें और घर तबाह हो गए थे। लेकिन इस मामले के पीड़ित लोगों को अभी तक भी शासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है।...


Body:पिछले मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि से एक तरफ जिले के 4000 लोगों के मकान ढह गए थे ।वही भारी बाढ़ से उनके घरों का तमाम सामान बर्बाद हो गया था ।उधर दूसरी तरफ जिले की 60000 हेक्टर जमीन में खड़ी सोयाबीन और उड़द की फसलें भी बाढ़ की चपेट में आने से पूरी तरह नष्ट हो गई। लेकिन इन मामलों के पीड़ित लोग अभी भी मुआवजा रकम को तरस रहे हैं।
1. गोविंद राम, विश्वकर्मा ,किसान
2.नाहर खां शेख, ग्रामीण
...


Conclusion:फसल नुकसानी के मामले में राज्य शासन ने पीड़ित लोगों को 2 फेस में मुआवजा बांटने की योजना बनाई है ।लेकिन जिले के 60 फ़ीसदी लोगों को अभी भी मुआवजे की एक कौड़ी नहीं मिली है। उधर बाढ़ की चपेट में आई निचली बस्तियों के लोगों के मामले में, प्रशासनिक अधिकारी अभी भी कानूनी कार्रवाई करने की ही बात कर रहे हैं ।
3.नारायण नांदेड़ ,तहसीलदार ,मंदसौर

कर्ज माफी के मुद्दे पर चारों तरफ से घिरी सरकार और प्रशासन मंदसौर में अतिवृष्टि और बाढ़ पीड़ित लोगों की सुनवाई में अभी भी कोताही बरत रहे है .समय रहते इस मामले की तरफ प्रशासन का ध्यान नहीं गया तो किसानों का आक्रोश और फूटने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता.

विनोद गौड़ ,रिपोर्टर ,मंदसौर
नोट :यह समाचार प्रियंका कौशिक मैडम से वार्तालाप करके बनाया गया है... कृपया उनके नालेज में डालें।..?
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.