मंदसौर। जिले में इस साल पिछले सालों की तुलना में करीब दो गुना समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी हुई है. 15 अप्रैल से शुरू हुई सरकारी खरीदी की तौल मई के आखिरी हफ्ते तक जारी रही, लेकिन बिक्री के दो हफ्तों बाद भी कई किसानों को उनकी रकम का भुगतान नहीं हुआ है. लाकडाउन के बाद बाजार खुलने और मानसून के बाद किसानों को पैसों की सख्त जरूरत है, लेकिन गेहूं बिक्री का भुगतान नहीं होने से किसान काफी परेशान हैं.
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए जिले जिला प्रशासन ने 109 सेंटर बनाए थे. जहां इस बार लगातार डेढ़ महीने से माल की जबरदस्त खरीदी हुई है. जिला प्रशासन ने किसानों को समय पर भुगतान करने का दावा किया है, लेकिन दो-तीन हफ्ते बाद भी किसानों को भुगतान नहीं हुआ है. कई किसानों को तो 15 मई की बिक्री के बाद की रकम आज तक नहीं मिली है.
वहीं मानसून निकट आने से किसानों ने खरीफ फसल के लिए खाद-बीज की तैयारी करना है. जिसके चलते किसानों ने गेहूं बिक्री का भुगतान जल्द करने की मांग की है. वहीं कलेक्टर ने जिले के 75 फीसदी किसानों को करीब साढ़े 400 करोड़ रुपए की रकम का भुगतान करने का दावा किया है, उन्होंने बाकी की रकम भी 3 दिनों में किसानों के खातों में जमा हो जाने का आश्वासन दिया है.