मंदसौर। मंदसौर विधानसभा के नगरी गांव में बुधवार को विकास यात्रा का ग्रामीणों ने तगड़ा विरोध किया. जिसके चलते विधायक को विकास यात्रा छोड़कर वापस लौटना पड़ा. गांव के लोगों ने विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया और संगठन के पदाधिकारियों को घेर लिया. लोगों की मांग पर इलाके में विकास ना होने से ग्रामीणों ने विधायक से असल काम के बारे में कड़े सवाल-जवाब किए. विधायक ने भी गुस्से में कह दिया कि हां नहीं किया विकास का काम. इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया. बीच रास्ते में ग्रामीणों के तगड़े विरोध और हंगामे के बाद विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया विकास यात्रा छोड़कर वापस लौट गए.
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विधायक के सामने सवालों के ढ़ेर: ग्राम कचनारा से पेटलावद और पिपलोडी से जावरा को जोड़ने वाले रोड के निर्माण के बारे में लोगों ने विधायक से सवाल पूछा तो वे आश्वासन देने लगे. इसके बाद स्थानीय लोग कॉलेज की डिमांड के अलावा सीएम राइज स्कूल खोलने की भी मांग कर रहे थे. जब विधायक ने उन्हें नगर पंचायत के जरिए गांव में हो रहे विकास काम और नगरी कचनारा सड़क बनाने की बात कही तो लोगों ने इसे विकास ना मानते हुए उनसे उल्टे सवाल जवाब शुरू कर दिए. ग्रामीणों ने विधायक से पूछा कि जब यह विकास के काम नहीं है तो आपने इलाके में क्या विकास का काम किया खुद ही बताएं.
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झल्लाए विधायक: लोगों के सवालों पर झल्लाए विधायक ने भी ग्रामीणों से कह दिया हां नहीं किया हमने कोई विकास का काम. इसके बाद स्थानीय लोगों ने भारी हंगामा खड़ा कर दिया. जिसके बाद नाराज विधायक विकास यात्रा को छोड़कर वापस लौट गए. लोगो के तगड़े विरोध के बाद पार्टी खेमे में, यह मामला बड़ा चर्चा का विषय बन गया है. दरअसल नगरी में ग्रामीणों से रूबरू होने के बाद विकास यात्रा की नागराज भेरु बावजी मंदिर पर पार्टी संगठन के पदाधिकारियों की मीटिंग और कार्यकर्ताओं के खाने का आयोजन भी रखा गया था लेकिन विकास यात्रा के दौरान ग्रामीणों के विरोध के चलते विधायक और संगठन के पदाधिकारी तमाम कार्यक्रम छोड़कर वापस लौट गए.