मंदसौर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समूचे मालवांचल में एक बार फिर 6 साल पुराने पहले किसान आंदोलन का मुद्दा गर्म है. 6 जून 2017 को हुए किसान आंदोलन में यहां 5 किसानों की पुलिस की गोलियों से मौत हो गई थी. आने वाले चुनाव में कांग्रेस इस मामले को बड़ा मुद्दा बनाना चाहती है. इसलिए छठी बरसी पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की आमसभा के साथ ही चुनाव प्रचार का आगाज कांग्रेस कर रही है.
5 किसानों की मौत पुलिस की गोली से : 6 जून को कांग्रेस ने मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र के पिपलिया मंडी में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की बड़ी आम सभा का आयोजन करने जा रही है. यह वही तारीख है जिस दिन 6 साल पहले फसलों के वाजिब दामों की मांग को लेकर किसान जिले से गुजर रही फोरलेन सड़क पर आंदोलन कर रहे थे. मंदसौर पिपलिया मंडी के बीच चौपाटी पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की. इसमें 5 किसानों की मौत हो गई थी. चुनाव के मद्देनजर 6 साल बाद एक बार फिर इस मुद्दे को कांग्रेस ने गर्माने की तैयारी की है.
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शहीद दिवस मनाने की घोषणा : जिला कांग्रेस अध्यक्ष विपिन जैन का कहना है कि पार्टी इसे शहीद दिवस के तौर पर मनाएगी. उन्होंने कहा कि फसलों के वाजिब दाम का 6 साल पुराना ही इस चुनाव का खास मुद्दा होगा. कांग्रेस के सानिध्य में ही किसानों ने 6 साल पहले आंदोलन किया था. लिहाजा, उस मुद्दे को लेकर पार्टी एक बार फिर जनता के बीच जाएगी. वहीं, इसी दिन से भाजपा ने भी सुवासरा विधानसभा क्षेत्र में 4 दिन तक बागेश्वर धाम के संत की कथा का आयोजन रखा है. भाजपा नेताओं ने किसान आंदोलन में किसानों की हत्या के लिए कांग्रेस को ही जिम्मेदार माना है. बीजेपी प्रवक्ता और मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने धार्मिक आयोजन को राजनीति से परे बताते हुए किसान आंदोलन में हत्या का जिम्मेदार कांग्रेस को ही बताया है.