मंदसौर। शहर में स्लेट पेंसिल फैक्ट्री में मजदूरी करने वाली नाबालिग के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है. फैक्ट्री में काम करने वाली एक महिला ने नाबालिग को दो आरोपियों के हाथ सौंप दिया था. आरोपियों ने बारी-बारी से नाबलिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
- पेट में 4 माह का गर्भ
बताया जा रहा है कि नाबालिग के पिता नहीं हैं. मां भी दिमागी रूप से कमजोर है. दरअसल बच्ची मां के ही साथ पेंसिल बनाने की फैक्ट्री में बाल मजदूरी करती थी. इसी दौरान 6 माह पहले फैक्ट्री में ही काम करने वाली महिला रुखसाना ने नाबालिग को बहला फुसला कर 2 हजार में भगत राम और टाला राम को सौंप दिया. दोनों आरोपियों ने बारी बारी से नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा. गैंगरेप का पता तब चला जब जब नाबालिग के पेट में 4 माह का गर्भ ठहर गया. पेट में दर्द होने पर नाबालिग ने अपने चाचा को बताया. जिसकी शिकायत पिपलियामंडी थाने में दर्ज की गई.
नाबालिग को अगवा कर स्कूल में किया रेप
- सलाखों के पीछे गैंगरेप के आरोपी
पिपलियामंडी थाना महिला डेस्क ने मामला दर्ज करते हुए गैंगरेप की इस वारदात में शामिल महिला रुखसाना और उसके दो साथियों भगत राम और ताला राम को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है. उधर नाबालिग की पारिवारिक स्थिति को देखते हुए उसे वन स्टॉप सेंटर भेजा गया है. मामले में श्रम विभाग की लापरवाही भी देखने को मिली है. श्रम विभाग के अधिकारी बाल मजदूरी को रोकने और लगातार कारवाई का दावा करते हैं. वहीं स्लेट पेंसिल की खदानों में लंबे समय से मजदूरी कर रही नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना श्रम विभाग के दावों की पोल भी खोलती है.