मंदसौर। खेती के रास्ते संबंधी विवाद को लेकर गांव रेवास देवड़ा निवासी एक किसान परिवार ने तंग आकर शुक्रवार को कोर्ट परिसर में आत्मदाह की कोशिश की. दोपहर के समय परिवार के सभी सदस्य कोर्ट पहुंचे और उन्होंने अचानक आत्मदाह की कोशिश की. गनीमत यह रही कि समय रहते मौके पर मौजूद वकीलों और स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बचा लिया, लिहाजा एक बड़ी घटना टल गई.
तहसीलदार पर लगाया आरोप: मंदसौर जिले की तहसील के गांव रेवास देवड़ा निवासी किसान राधेश्याम बावरी और उसके बेटे किशोर ने दोपहर के समय कोर्ट परिसर में 2 महिलाओं और 2 बच्चों समेत आत्मदाह की कोशिश की. शारीरिक तौर पर दिव्यांग राधेश्याम और उसके बेटे किशोर ने गांव के किसान कंवर लाल कुमावत पर अपने पुश्तैनी खेत में से रास्ता निकालने का आरोप लगाया है. खेत के रास्ते को लेकर कंवरलाल कुमावत और उसके बीच लंबे समय से कानूनी विवाद जारी है. इस मसले पर तहसीलदार ने हाल ही में राधेश्याम बावरी के खेत में से होकर रास्ता निकाल लेने का फैसला दिया है. किसान परिवार ने मंदसौर तहसीलदार पर भी भ्रष्टाचार करके रास्ता निकाल लेने का फैसला देने का आरोप लगाया है. (Mandsaur farmer family attempt self immolation)
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किसान परिवार से पूछताछ: परिजनों का आरोप है कि तहसीलदार ने बिना जांच किए ही उनके खेत से होकर कंवरलाल को रास्ता निकाल लेने का फैसला दे दिया है. जबकि वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले में उसकी अपील पर कोई सुनवाई नहीं की, इसीलिए इस सब से तंग होकर उनके परिवार ने यह कदम उठाया है. बहरहाल, परिवार के हंगामे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी को सुरक्षित बचाते हुए पूछताछ शुरू कर दी है.