मंदसौर। जिले के मल्हारगढ़ शहर में एक मुस्लिम व्यक्ति ने मंदिर निर्माण के लिए अपनी लाखों रुपए कीमत की जमीन हिंदू लोगों को दान करके कौमी एकता की बड़ी मिसाल पेश की है. शरीफ मेव ने स्टेशन रोड स्थित अपनी जमीन पर हिंदू लोगों की आस्था को देखते हुए इस पर कल्ला जी महाराज का मंदिर बनाने के लिए निशुल्क दान दे दी है. बढ़ते जातिगत भेदभाव के इस दौर में शरीफ मेव के इस त्याग को देखकर हिंदू समाज ने भी उनकी जमकर तारीफ की है.
मुस्लिम की जमीन पर सांप का बाम्बी: मल्हारगढ़ निवासी शरीफ मेव की स्टेशन रोड पर बड़े पैमाने पर कृषि भूमि है. इस जमीन के एक हिस्से पर एक आम का पेड़ खड़ा है, जिसके नीचे सांप का एक बिल है. इस बिल को स्थानीय लोग बाम्बी कहते हैं. सांप का इसी पेड़ के इर्द-गिर्द बसेरा और विचरण रहता है. हिंदू लोग इस स्थान को कल्लाजी महाराज की मोक्ष भूमि मानकर यहां पूजा अर्चना करते हैं. पिछले कई सालों से यहां तीज त्योहारों के अवसर पर रात्रि जागरण भजन कीर्तन और पूजा पाठ का दौर चल रहा है.
4300 वर्ग फुट जमीन की दान: हिंदुओं की इस आस्था से प्रेरित होकर जमीन मालिक शरीफ मेव ने पूजा वाले स्थान के साथ, उससे जुड़ी आसपास की करीब 4300 वर्ग फीट जमीन के हिस्से को कल्ला जी राठौर महाराज की समिति को दान दे दिया है. इस जमीन की बाजार कीमत करीब 35 से 40 लाख रुपए बताई जा रही है. पिछले चार-पांच साल से हिंदू समाज के लोग यहां मंदिर बनाने की इच्छा जता रहे थे. कल्ला जी महाराज समिति ने इस जमीन को खरीदने की भी इच्छा जताई थी. लेकिन स्टेशन रोड से लगी जमीन होने के कारण इसकी बाजारू कीमत 35 लाख रुपए होने से समिति अभी विचार विमर्श ही कर रही थी, इसी बीच जमीन के मालिक शरीफ मेव ने अपने परिजनों के सामने इस विषय को रखकर उनकी सहमति के बाद इसे दान देने का फैसला कर लिया.
सपने में आए थे कल्लाजी महाराज: इस मामले की सबसे खास बात यह है कि समिति इस बेश कीमती जमीन के आसमानी दाम होने से केवल पूजा वाले स्थान के 2000 फीट टुकड़े को ही खरीदने का मन बना रही थी. जबकि इससे बढ़कर शरीफ मेव ने लोगों की आस्था के मद्देनजर 4300 वर्ग फीट जमीन दान कर दी, ताकि समाज के लोग यहां आसानी से भजन कीर्तन और रात्रि जागरण शांतिपूर्वक कर सकें. बताया जा रहा है कि हिंदू समाज के एक व्यक्ति को कई साल पहले दिवंगत कल्लाजी राठौर महाराज सपने में आए थे और उन्होंने इस स्थान पर खुद का मोक्ष होने की बात बताई थी. इसके बाद कई सालों से इस स्थान पर लोगों द्वारा पूजा अर्चना करने का दौर जारी है.
बाम्बी के इर्द-गिर्द होती है पूजा अर्चना: बताया जा रहा है कि कल्लाजी राठौर, महाराणा प्रताप की सेना के एक जांबाज सैनिक थे, जो इसी जगह शहीद हुए थे. यही वजह है कि लोग यहां मनोकामनाएं मांगने के लिए आते हैं. लोगों की तमाम मुरादे पूरी होने के कारण यह स्थान उनकी आस्था का एक बड़ा केंद्र है. लोग यहां सांप की बाम्बी के इर्द-गिर्द ही पूजा अर्चना करते हैं. जमीन मिलने के बाद हिंदू समाज के लोगों ने अब इस स्थान पर भव्य मंदिर बनाने की तैयारी कर ली है.
देवभूमि मानकर दान की जमीन: मंदिर के लिए जमीन दान करने वाले मुस्लिम व्यक्ति शरीफ मेव ने बताया कि ''इस जमीन पर खेती करने के दौरान हिंदू लोगों की आस्था और यहां अक्सर एक विशालकाय सांप नजर आने से उन्होंने भी इस स्थान को देवीय चमत्कार और देवभूमि मानकर परिवार के लोगों की सहमति के बाद बेचने के बजाय दान करने का फैसला कर लिया है.'' उधर बाजारवाद के जमाने में मुस्लिम व्यक्ति के इस त्याग को देखकर हिंदू समाज के लोगों ने भी उनकी जमकर तारीफ की है.