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मंदसौर में फसलें चौपट होने से किसान परेशान, पंजीयन न होने से मुआवजा राशि मिलने की उम्मीद भी टूटी - Mandsaur news

मंदसौर में कर्ज माफी की स्कीम में अभी भी 50 हजार से लगाकर 2 लाख रुपये तक ऋण वाले हजारों किसान शासन के ऑनलाइन पोर्टल पर अभी शामिल नहीं हो पाए है. बीमा प्रीमियम भरने से वंचित रहे किसानों को अब मुआवजा मिलने की आखरी उम्मीद भी हुई खत्म हो गई है.

फसलें चौपट होने से किसान परेशान
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Published : Aug 23, 2019, 11:53 PM IST

मंदसौर। जिले में पिछले हफ्ते हुई भारी बरसात से किसानों की फसलें चौपट हो गई है. जबकि कर्जमाफी का पंजीयन न होने के चलते कई किसानों को मुआवजा राशि मिलने की उम्मीद भी टूट गई है. जिससे किसानों में कमलनाथ सरकार की नीतियों पर नाराजगी देखने को मिला रही है.

फसलें चौपट होने से किसान परेशान

भारी बारिश के खेतों में जलभराव हो गया है जिससे मक्का और सोयाबीन की फसले पूरी तरह नष्ट हो गई है. किसानों को हुए नुकसान के बाद राज्य सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन ने फसलों का आकलन कर बीमा भुगतान की कार्रवाई शुरू कर दी है. लेकिन जिले के हजारों किसान अब भी कर्ज माफी की ऑनलाइन पोर्टल व्यवस्था में शामिल नहीं हुए हैं. लिहाजा दोबारा ऋण की प्रक्रिया से बाहर हुए यह तमाम किसान बीमा लाभ से भी वंचित हो गए हैं.


बता दें कि शासन ने अभी तक ऋण माफी स्कीम में 50 हजार से 2 लाख रुपये तक के कर्ज वाले किसानों को शासन के ऑनलाइन पोर्टल में शामिल ही नहीं किया है. लिहाजा ये किसान दोबारा ऋण की प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए और वे 31 जुलाई की आखिरी तारीख तक बीमा प्रीमियम भरने से भी वंचित हो गए हैं.

मंदसौर। जिले में पिछले हफ्ते हुई भारी बरसात से किसानों की फसलें चौपट हो गई है. जबकि कर्जमाफी का पंजीयन न होने के चलते कई किसानों को मुआवजा राशि मिलने की उम्मीद भी टूट गई है. जिससे किसानों में कमलनाथ सरकार की नीतियों पर नाराजगी देखने को मिला रही है.

फसलें चौपट होने से किसान परेशान

भारी बारिश के खेतों में जलभराव हो गया है जिससे मक्का और सोयाबीन की फसले पूरी तरह नष्ट हो गई है. किसानों को हुए नुकसान के बाद राज्य सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन ने फसलों का आकलन कर बीमा भुगतान की कार्रवाई शुरू कर दी है. लेकिन जिले के हजारों किसान अब भी कर्ज माफी की ऑनलाइन पोर्टल व्यवस्था में शामिल नहीं हुए हैं. लिहाजा दोबारा ऋण की प्रक्रिया से बाहर हुए यह तमाम किसान बीमा लाभ से भी वंचित हो गए हैं.


बता दें कि शासन ने अभी तक ऋण माफी स्कीम में 50 हजार से 2 लाख रुपये तक के कर्ज वाले किसानों को शासन के ऑनलाइन पोर्टल में शामिल ही नहीं किया है. लिहाजा ये किसान दोबारा ऋण की प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए और वे 31 जुलाई की आखिरी तारीख तक बीमा प्रीमियम भरने से भी वंचित हो गए हैं.

Intro:मंदसौर। जिले में पिछले हफ्ते हुई भारी बरसात से फसलें चौपट होने के मामले में किसानों की मुआवजा संबंधी आखरी उम्मीद भी अब खत्म हो गई है। लगातार बारिश के दौरान खेतों में हुए जलभराव से जिले में सोयाबीन और मक्का फसलों को भारी नुकसान हुआ है ।हालात यह है कि कई खेतों में खड़ी फसल नष्ट हो गई है वहीं कई खेतों में खड़े पौधों में अब फलन भी नहीं हुआ है ।हालांकि राज्य सरकार के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने फसलों का आकलन कर बीमा भुगतान की कार्यवाही तो शुरू कर दी है ।लेकिन जिले के हजारों किसान आज भी कर्ज माफी की ऑनलाइन पोर्टल व्यवस्था में शामिल नहीं हुए हैं ।लिहाजा दोबारा ऋण की प्रक्रिया से बाहर हुए यह तमाम किसान बीमा लाभ से भी वंचित हो गए हैं।


Body:दरअसल शासन ने अभी तक ऋण माफी स्कीम में 50000 से लगाकर 2 लाख रुपये तक के कर्ज वाले किसानों को शासन के ऑनलाइन पोर्टल में शामिल ही नहीं किया है ।लिहाजा ये किसान दोबारा ऋण की प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए और वे 31 जुलाई की आखिरी तारीख तक , बीमा प्रीमियम भरने से भी वंचित हो गए हैं। इन हालातों में एक तरफ किसान बीमा लाभ से वंचित हैं। वहीं दूसरी तरफ फसल चौपट होने से भी उनमें वर्तमान सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी साफ नजर आ रही है।
1. शंकर लाल आंजना ,किसान
2.अजीत सिंह राठौर, उपसंचालक ,कृषि विभाग मंदसौर


विनोद गौड़ ,रिपोर्टर ,मंदसौर


Conclusion:
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