मंदसौर । सीधी बस हादसे के बाद परिवहन विभाग नींद से जागा है. जगह-जगह बसों की जांच की जा रही है. अचानक फिर से RTO एक्टिव हो गए हैं. लेकिन मर्ज फिर वहीं पुराना सामने आया, स्टाफ की कमी है. क्या-क्या काम करें.
स्टाफ कम है, हम क्या-क्या करें
सीधी में 51 लोगों की जान जाने के बाद परिवहन विभाग जागा है. प्रदेश की तरह मंदसोर में भी विभाग के अफसर गाड़ियों की रूटीन चेकिंग कर रहे हैं. दो-चार दिन जांच होगी, फिर पुरानी कहानी दोहराई जाएगी. समस्या की जड़ कुछ और ही है. मंदसौर RTO रिना किराडे कहती हैं. हमें क्या क्या करें. फील्ड का काम करते हैं, तो ऑफिस में लोड बढ़ जाता है. दफ्तर में काम करें, तो रूटीन चेकिंग कैसे कर पाएंगे. स्टाफ की कमी है. फिर भी सभी लोग साथ दें, तो ही कुछ हो सकता है.
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कब तक रहेगा जोश
मंदसोर मे परिवहन विभाग ने दो दिनों में 70 बसों को रोका, 15 बसों पर कार्रवाई की. इतने बड़े हादसे के बाद परिवहन विभाग कुछ हरकत में तो आया है. ये जोश कितने दिनों तक रहेगा, कहना मुश्किल है.