मंदसौर। एमपी बीजेपी के मीडिया संपर्क प्रमुख अनिल सौमित्र ने महात्मा गांधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताया था, जिस पर सियासी बवाल मच चुका है. कांग्रेस ने अनिल सौमित्र के बयान को मुद्दा बनाते हुये बीजेपी पर हमले बोलना शुरू कर दिये हैं. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी का अपने नेताओं पर अंकुश नहीं है. बीजेपी के सभी नेताओं की ऐसी ही मानसिकता है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस तरह के बयान को लेकर वह उस विचारधार को ये दोष देते हैं, जो महात्मागांधी के प्रति द्वेष पैदा करती है. उन्होंने आरोप लगाया कि ये भावना पीएम मोदी और अमित शाह के मन में है. जिससे देश को सबसे बड़ा खतरा है.
भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी नेता महात्मा गांधी के खिलाफ नफरत और हिंसा के लिये पोषक हैं. उन्होंने कहा कि ये चुनाव गांधीवादी विचारधारा और गोडसे की विचारधारा वालों के बीच हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में एक तरफ प्रेम और दूसरी तरफ नफरत है. विवादित बयान देने के बाद बीजेपी ने अनिल सौमित्र को सभी पदों से हटा दिया है.
पूर्व सीएम शिवराज के टाइगर जिंदा है बोलने पर उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि 'अरे भाई मारना कौन चाहता है.' मीडिया से चर्चा के नाथूराम गोड़से को देशभक्त बताने पर उन्होंने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जिस तरह साध्वी प्रज्ञा बयानबाजी कर रही हैं उससे तो बीजेपी उन्हें तत्काल पार्टी से निष्कासित करे.
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुये उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास ऐसा कोई नेता नहीं था, जो भोपाल से लड़ने योग्य हो. इसलिये प्रज्ञा ठाकुर को टिकट दिया. जिसके बाद से ही प्रज्ञा ठाकुर विवादित बयान दे रही हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अगर प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा करते हैं तो चुनाव आयोग से मांग करें और प्रज्ञा ठाकुर से वोट देने का अधिकार छीना जाए. दिग्विजय सिंह मंदसौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार मीनाक्षी नटराजन के पक्ष में वोट मांगने पहुंचे थे. यहां एक रोड शो आयोजित हुआ था. जिसके माध्यम से कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में पूरी ताकत झोंक दी है.