मंदसौर। 21वीं सदी में भी जातिगत भेदभाव खत्म होता नज़र नहीं आ रहा है. सरकारे लाख दावे करे फिर भी दलितों के साथ होने वाले ऊंच-नीच के अत्याचार खत्म नहीं हो रहे हैं. ऐसा ही एक नया मामला मंदसौर से सामने आया है. जहां जिले के एक छोटे से गांव में दबंगो ने दलित की बारात रोक दी और बारातियों के साथ मारपीट की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 8 दबंगों पर मामला दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है.
दलित की बारात रोककर बारातियों से की मारपीट
मंदसौर जिले के शामगढ़ थाना क्षेत्र के गुराडिया माता गांव में शनिवार को 8 दबंगों ने एक दलित की बारात रोक दी. बारात रोकने के बाद डीजे चला रहे युवक और दूल्हे सहित उसके परिजनों के साथ मारपीट भी की. जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर उन्हें अपमानित भी किया गया. मामले की सूचना जब पुलिस को मिली तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी को समझाइश दी गई. फिर बाद में पुलिस की मौजूदगी में देर रात फिर से बारात निकाली गई.
आठ दबंगों पर मामला दर्ज
गांव के दबंग 21वीं सदी में भी नहीं चाहते कि कोई दलित घोड़े पर बैठकर अपनी बारात उनके घरों से सामने से निकाले. बस इसी बात पर विवाद खड़ा हो गया, पुलिस ने दूल्हे के साथ और अन्य लोगों के साथ मारपीट करने पर दूल्हे के चाचा की शिकायत पर गांव के ही 8 दबंगों पर एससी- एसटी एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि हाल ही में मंदसौर जिले में लगातार तीन मामले दलित कि बारात रोकने के सामने आऐ हैं. जिसमें 29 नवंबर 2020 को सुवासरा थाना क्षेत्र खेडा गांव और 22 दिसंबर 2020 रात नारायणगढ थाना क्षेत्र के रूपारेल गांव में भी दलित दुल्हे की बारात पर पथराव का मामला हुआ था. मामले में मदनजी का खेडा में 8 और रुपारेल गांव में भी 10 दबंगों पर मामला दर्ज किया था.