मंदसौर। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन करने में मंदसौर की सुवासरा विधानसभा सीट के पूर्व विधायक हरदीप सिंह डंग की सबसे अहम भूमिका रही थी. वे 22 कांग्रेसी विधायकों के संपर्क में थे और सभी ने एक साथ मिलकर विधायकी से इस्तीफा दे दिया. जिससे कमलनाथ सरकार गिर गई. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी का दामन थामने वाले हरदीप सिंह डंग अब उपचुनाव में बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ेंगे. लेकिन ऐसी क्या वजह रही की उन्होंने विधायकी से इस्तीफा देकर कमलनाथ सरकार गिरवा दी. इन्ही सब मुद्दों पर ईटीवी भारत ने हरदीप सिंह डंग से खास बातचीत की.
कमलनाथ पर लगाया उपेक्षा का आरोप
हरदीप सिंह डंग ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर खुलेआम उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि 15 साल बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी. मंदसौर जिले में वह कांग्रेस के एकमात्र विधायक थे. लिहाजा क्षेत्र की जनता को उनसे काफी उम्मीदें थी. लेकिन कमलनाथ किसी भी मामले में गंभीर नहीं दिखे. वे जब भी उनसे मिलते बस पांच मिनट के बाद निकल जाते. 15 महीनें के दौरान कमलनाथ ने कभी 15 मिनट का समय भी नहीं दिया. ऐसे में सरकार के साथ कैसे काम किया जाता.
किसानों के मुद्दे पर गंभीर नहीं थे कमलनाथ
पूर्व विधायक हरदीप सिंह डंग ने कहा कि कमलनाथ किसानों के मुद्दे पर गंभीर नहीं थे. मंदसौर जिले में किसानों को बहुत समस्याएं हैं. क्षेत्र में आई बाढ़ आपदा, किसानों की कर्ज माफी, चंबल सिंचाई योजना, के मुद्दे पर उन्होंने कई बार कमलनाथ की चौखट पर दरवाजा खटखटाया, लेकिन वह रुक कर बात करने को भी तैयार नहीं थे. ऐसे में क्षेत्र की जनता की अपेक्षाएं पूरी नहीं कर पा रहे थे. इसलिए उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया. क्योंकि अगर वह ऐसा नहीं करते तो क्षेत्र की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करती.
सबकी सुनते है सीएम शिवराज
हरदीप सिंह डंग ने कहा कमलनाथ के उलट शिवराज की तारीफ करते हए कहा कि वे सबकी सुनते है. जब वह विपक्ष में विधायक थे तब भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने क्षेत्र की जनता को कई सौगातें दी थी. इतना ही नहीं सीएम शिवराज सिंह के कहने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इलाके में माइक्रो इरिगेशन के मामले में चंबल सिंचाई योजना की सौगात दी थी. यही वजह रही कि जब उन्हें कमलनाथ सरकार ने तव्वजों नहीं दी तो वे कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए.
उपचुनाव में किया जीत का दावा
पूर्व विधायक हरदीप सिंह डंग ने कहा कि अगर उपचुनाव में बीजेपी उन्हें फिर से चुनावी मैदान में उतारती है, तो वह किसानों की कर्जमाफी, सिंचाई योजना और रेलवे जोन में औद्योगिक विकास करने का मुद्दा लेकर मतदाताओं के बीच जाएंगे. जहां उन्हें जीत जरुर मिलेगी. क्योंकि वह क्षेत्र की जनता के लिए ही काम करते हैं और जनता के लिए काम करते रहेंगे.