मंदसौर। प्रशासन के ढीले रवैये के चलते 13 महीने बाद भी गैंगरेप पीड़िता न्याय के लिए भटक रही है. 15 मई 2018 में सीतामऊ थाना क्षेत्र के हांडरी गांव में पिछले साल दसवीं का रिजल्ट लेकर लौट रही छात्रा का अपहरण कर पांच युवकों ने गैंगरेप किया था, लेकिन डीएनए रिपोर्ट कोर्ट में पेश नहीं होने के चलते ये केस तब से ही मंदसौर की फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेंडिंग है.
पीड़िता के परिजनों के मुताबिक, डीएनए रिपोर्ट कोर्ट में पेश नहीं होने से पीड़िता को 13 महीने बाद भी न्याय नहीं मिल पाया है, जबकि इस मामले में पीड़िता और उसके परिजन कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं. पीड़िता के भाई का कहना है कि पिछले साल 15 मई 2018 की दोपहर रिजल्ट घोषित होते ही छात्रा अपना परिणाम जानने स्कूल पहुंची थी. रिजल्ट जानने के बाद वह घर लौट रही थी. उसी दौरान कार सवार पांच युवकों ने उसका अपहरण कर उसके साथ गैंगरेप किया था.
इस घटना के बाद सिटी कोतवाली और सीतामऊ थाना पुलिस ने हालांकि सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया था, लेकिन फास्ट ट्रैक कोर्ट में ये मामला 13 महीने बाद भी अटका है. एडीपीओ नितेश कृष्णन के मुताबिक इस मामले की डीएनए टेस्टिंग करवाई जा रही है. जिसके लिए 11 महीने पहले ही आरोपियों के डीएनए सैंपल सागर लैब में जांच के लिए भेजी गई है, लेकिन डीएनए रिपोर्ट अभी तक मंदसौर नहीं पहुंचा है.