ETV Bharat / state

ईटीवी भारत को जब 'दुर्गाजी' ने खुद दिया अपना इंटरव्यू, देखिए आखिर क्या कहा मातारानी ने

मण्डला के इस पंडाल में विराजी मातारानी हैं खास क्योंकि यहां मूर्ती रूप में नहीं बल्कि सजीव रूप में मातारानी विराजी हैं. देखिए मातारानी ने क्या कहा ईटीवी भारत को दिए इस इंटरव्यू में

ईटीवी भारत
author img

By

Published : Oct 4, 2019, 11:30 AM IST

Updated : Oct 4, 2019, 3:00 PM IST

मण्डला। डिंडौरी रोड पर बना यह दुर्गा पंडाल बहुत खास है क्योंकि यहां दुर्गा जी के पूरे 9 रूपों के दर्शन एक ही पंडाल में हो जाते हैं. यहां माता के सभी रूपों का श्रृंगार ठीक उसी तरह होता है जैसा कि दुर्गा पुराण या दुर्गा सप्तशती में वर्णन किया गया है. पहली नजर में तो इस पंडाल की सुंदरता और भव्यता सभी को आकर्षित करती है लेकिन पास में जाकर ध्यान से देखने पर इन माताओं की पलकें भी झपकती दिखाई देती हैं.

'दुर्गाजी' का Exclusive Interview

यहां बिराजी है दुर्गा जी की नव रूप माताएं जो हंसती भी हैं, मुस्कुराती भी हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद भी देती हैं. लेकिन कठिन साधना ऐसी कि पहली नजर में जो भी देखे यही कहे कि ये सब दूसरी दुर्गा प्रतिमाओं की तरह ही माटी की मूरत हैं, जिन्हें किसी कलाकार की कल्पना ने अपने हाथों से गढ़ा है.

सजीव रूप में विराजी हैं माता
श्रद्धालु यहां माता के 9 रूपों की प्रतिमाओं के दर्शनों के लिए आते हैं लेकिन इन माताओं की पलक झपकने से अहसास होता है कि यहां तो सजीव रूप में दुर्गा की स्थापना की गई है. जब ईटीवी भारत की टीम भी इस पंडाल मे पहुंची, तो टीम ने पलक झपकाती दुर्गा जी का इंटरव्यू भी ले लिया. इंटरव्यू में पता चला कि यह कठिन साधना का नतीजा है जो लगभग चार घण्टे बिना हिले डुले 9 कन्याएं यहां रोज ही पूरे श्रंगार के साथ बैठती हैं.

अभ्यास से आयी सहनशीलता
ये कन्याएं महीनों से एकाग्र होकर बिना हिले डुले बैठने का अभ्यास कर रहीं थीं और फिर दुर्गापर्व में इस अभ्यास के सहारे पूरे चार घण्टे तक एक ही स्थान पर माता के अलग-अलग रूपों में यहां बैठ रही हैं. इन माता का रूप धरने वाली बहनों में कोई पढ़ाई करता है तो कोई ऑफिस में जॉब, लेकिन शाम होते ही वे यहां पहुंचकर पहले पूरा श्रंगार कराती हैं फिर अस्त्र शस्त्र और वाधय यंत्रों के साथ एक ही मुद्रा में घण्टों बैठ कर सभी को मातारानी के हर एक रूप के दर्शन देती हैं.

भारतीय योग साधना के अभ्यास का लोहा दुनिया ने माना है और योग साधना का इस से बढ़ा और कोई उदाहरण हो ही नहीं सकता कि अपने तन और मन के साथ ही प्राकृतिक क्रियाओं को वश में करके ये देवियां ऐसा मोहक दृश्य प्रस्तुत कर रहीं की हर कोई इन्हें अपलक निहारने के साथ ही तारीफ किये बिना रह ही नहीं पाता.

मण्डला। डिंडौरी रोड पर बना यह दुर्गा पंडाल बहुत खास है क्योंकि यहां दुर्गा जी के पूरे 9 रूपों के दर्शन एक ही पंडाल में हो जाते हैं. यहां माता के सभी रूपों का श्रृंगार ठीक उसी तरह होता है जैसा कि दुर्गा पुराण या दुर्गा सप्तशती में वर्णन किया गया है. पहली नजर में तो इस पंडाल की सुंदरता और भव्यता सभी को आकर्षित करती है लेकिन पास में जाकर ध्यान से देखने पर इन माताओं की पलकें भी झपकती दिखाई देती हैं.

'दुर्गाजी' का Exclusive Interview

यहां बिराजी है दुर्गा जी की नव रूप माताएं जो हंसती भी हैं, मुस्कुराती भी हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद भी देती हैं. लेकिन कठिन साधना ऐसी कि पहली नजर में जो भी देखे यही कहे कि ये सब दूसरी दुर्गा प्रतिमाओं की तरह ही माटी की मूरत हैं, जिन्हें किसी कलाकार की कल्पना ने अपने हाथों से गढ़ा है.

सजीव रूप में विराजी हैं माता
श्रद्धालु यहां माता के 9 रूपों की प्रतिमाओं के दर्शनों के लिए आते हैं लेकिन इन माताओं की पलक झपकने से अहसास होता है कि यहां तो सजीव रूप में दुर्गा की स्थापना की गई है. जब ईटीवी भारत की टीम भी इस पंडाल मे पहुंची, तो टीम ने पलक झपकाती दुर्गा जी का इंटरव्यू भी ले लिया. इंटरव्यू में पता चला कि यह कठिन साधना का नतीजा है जो लगभग चार घण्टे बिना हिले डुले 9 कन्याएं यहां रोज ही पूरे श्रंगार के साथ बैठती हैं.

अभ्यास से आयी सहनशीलता
ये कन्याएं महीनों से एकाग्र होकर बिना हिले डुले बैठने का अभ्यास कर रहीं थीं और फिर दुर्गापर्व में इस अभ्यास के सहारे पूरे चार घण्टे तक एक ही स्थान पर माता के अलग-अलग रूपों में यहां बैठ रही हैं. इन माता का रूप धरने वाली बहनों में कोई पढ़ाई करता है तो कोई ऑफिस में जॉब, लेकिन शाम होते ही वे यहां पहुंचकर पहले पूरा श्रंगार कराती हैं फिर अस्त्र शस्त्र और वाधय यंत्रों के साथ एक ही मुद्रा में घण्टों बैठ कर सभी को मातारानी के हर एक रूप के दर्शन देती हैं.

भारतीय योग साधना के अभ्यास का लोहा दुनिया ने माना है और योग साधना का इस से बढ़ा और कोई उदाहरण हो ही नहीं सकता कि अपने तन और मन के साथ ही प्राकृतिक क्रियाओं को वश में करके ये देवियां ऐसा मोहक दृश्य प्रस्तुत कर रहीं की हर कोई इन्हें अपलक निहारने के साथ ही तारीफ किये बिना रह ही नहीं पाता.

Intro:Body:

uday


Conclusion:
Last Updated : Oct 4, 2019, 3:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.