मण्डला। जानलेवा गड्ढे जब शासन-प्रशासन को नजर नहीं आए तो निर्मला स्कूल की छात्राओं ने दुर्घटनाओं से बचने के लिए इन गड्ढों को खुद ही पाटने की जिम्मेदारी संभाल ली. छात्राओं के सड़क पर किए जा रहे काम की खबर हुक्मरामों तक नहीं पहुंची और प्रशासन कोई भी का अधिकारी या कर्मचारी एयरकंडीशन से निकलकर छात्राओं को आस्वस्त कराने नहीं आया कि जल्द ही गड्ढे भर दिए जाएंगे.
शहर के किसी भी कोने में चले जाइये यहां सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे आए दिन लोगों के लिए हादसे का कारण बन रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों को शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार है जिसके बाद ही इनकी नींद जागेगी. इन हादसों का इंतजार निर्मला शाला की छात्राओं को नहीं है. इसी कारण इन छात्राओं ने अपने स्कूल के सामने गढ्ढों को भरने का काम किया, जो नगर पालिका या फिर पीडब्ल्यूडी विभाग को करना चाहिए.
इन छात्राओं का कहना है कि ये शहर उनका है और वे इसे संवारने के लिए कब तक जिम्मेदारों का इंतजार करेंगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान का जिक्र करती हुए छात्राओं की तारीफ सभी लोग कर रहे हैं. लेकिन शासन-प्रशासन अभी भी अंजान है.