मंडला। कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में तीसरे चरण का लॉकडाउन घोषित किया गया है. जिसके चलते गरीब और मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान अनेक महत्वपूर्ण कार्य, दुकानें, कारखाने और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरके से बंद हैं. मंडला जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करने की शर्त पर ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्य और मनरेगा के कार्यों को शुरू करने की अनुमति प्रदान की है.
काम मिलने से मजदूरों में खुशी का माहौल
ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूर जो कई दिनों से बेरोजगार थे, लॉकडाउन के कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया था. ऐसे में मनरेगा के कार्य प्रारंभ होने से ग्रामीणों को रोजगार के साथ-साथ आर्थिक संबल भी मिला है. मंडला विकासखण्ड के ग्राम पौंड़ी माल में मनरेगा के अंतर्गत मेड़बंधाने का कार्य प्रारंभ होने से स्थानीय मजदूर खुश हैं. ऐसे ही मोहगांव जनपद के ग्राम गिठार मलपहरी के खेत में तालाब बनाने का काम शुरू होने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है.
कार्यस्थल में बरती जा रही सावधानी
इन कार्यस्थल पर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करवाया जा रहा है. कार्यस्थल पर मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ- साथ हाथ धोने और चेहरे को ढकने के लिए रुमाल, मॉस्क या गमछे का उपयोग कर रहे हैं.
मनरेगा और जल संरक्षण के काम शुरु
बारिश के पहले मनरेगा के तहत मेड़बंधान, खेत तालाब सहित जल संरक्षण के अनेक कार्य धीरे-धीरे प्रारंभ होने लगे हैं, जिससे बाहर से आए मजदूरों को काम मिल रहा है, लेकिन प्रशासन को इस पर पैनी नजर रखनी होगी. जिससे किसी को भी कोरोना के संक्रमण का खतरा न हो.