मंडला। बंजर नदी पर पुल नहीं होने से लोग बेहद परेशान हैं. जान जोखिम में डालकर ग्रामीण नदी पार करते हैं. बुजुर्गों से लेकर स्कूली बच्चे खासे परेशान होते हैं. ईटीवी भारत इस समस्या को लगातार आवाज उठा रहा है. जिसके बाद मंडला से राज्यसभा सांसद सम्पतिया उइके ने पुल की मांग को लेकर लड़ाई लड़ने की बात कही. उन्होंने कहा कि वो इस मामले में जल्द ही धरना दे सकती हैं.
![People crossing the river putting their lives at risk](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-man-01-rajysabha-sansad-raw-7205022_20122019200137_2012f_1576852297_131.jpg)
![People crossing the river putting their lives at risk](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-man-01-rajysabha-sansad-raw-7205022_20122019200137_2012f_1576852297_331.jpg)
सम्पतिया उईके का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा इसके लिए 11 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की गई थी, लेकिन 18 बार टेंडर निकाले जाने के बाद भी कोई ठेकेदार यहां नहीं आया. राज्यसभा सांसद ने ईटीवी भारत को भरोसा दिलाया है कि राशि कम पड़ने की स्थिति में 5 गांव के लोग श्रमदान भी करेंगे. वहीं निर्माण जल्द शुरू ना होने पर वो धरना प्रदर्शन भी करने को तैयार हैं.
स्कूली बच्चों को होती है परेशानी
हिरदेनगर-टिकरवारा के बीच बंजर नदी पर पुल की मांग का मुद्दा हमेशा चुनाव में गूंजता है. लेकिन अब तक इस पुल का निर्माण कोई भी राजनीतिक दल या शासन प्रशासन के अधिकारी नहीं करा पाए. बीते दिनों स्कूली बच्चे जो तलैया टोला से हिरदेनगर पढ़ने जाते हैं, वो टिकरवारा-हिरदेनगर के बीच बने कच्चे पुल के चलते पानी ठहरने से स्कूल नहीं जा सके.
विधायक को कोई फिक्र नहीं पड़ता
मंडला क्षेत्र के विधायक देवसिंह शैयाम ने इस पुल के मुद्दे पर ईटीवी भारत से कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. जब ईटीवी भारत की टीम ने उनसे कहा कि समय निकाल कर कभी मौके पर लोगों और बच्चों को हो रही परेशानी को देखें, तब भी उन्होंने कहा कि अभी उस क्षेत्र का दौरा नहीं हैं, जब होगा तब देखेंगे.