मंडला। जिले के घोरेघाट पंचायत क्षेत्र में चल रहे एक मिशनरी स्कूल पर गंभीर आरोप लगे हैं. पुलिस ने बताया कि बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी योगेश पराशर की एक रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया गया था. जब उनकी टीम ने मवई थाना क्षेत्र के घोरेघाट पंचायत क्षेत्र में सेंट जोसेफ स्कूल का दौरा किया था. आरोपियों की पहचान स्कूल के अधिकारियों के रूप में की गई है. प्रिंसिपल फादर जीबी सेबस्टियन और छात्रावास अधीक्षक कुंवर सिंह के नाम सामने आ रहे हैं. पुलिस ने बताया कि कुंवर सिंह को गुरुवार को गिरफ्तार किया था. जबकि सेबस्टियन फरार है.
आरोपी को रिमांड पर लेने का प्रयास : पुलिस ने कहा कि हमने कुंवर सिंह की रिमांड के लिए आवेदन दायर किया है. लेकिन अदालत ने अभी तक कोई आदेश नहीं दिया है. मवई थाना प्रभारी संतोष सिसोदिया बताया कि शिकायत के अनुसार बाल कल्याण समिति के सदस्य ओंकार सिंह और अनुराग पांडेय ने 4 मार्च को स्कूल के छात्रावास का औचक दौरा किया था. कथित तौर पर बच्चों को बाइबल पढ़ाते और चर्च ले जाते हुए पाया था.
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कई धाराओं में केस दर्ज : पुलिस ने बताया कि सिंह और पांडेय के बारे में 'किशोर न्याय बोर्ड' को मामले की सूचना दी, जिसके बाद सेबेस्टियन और सिंह के खिलाफ बाल श्रम (रोकथाम और विनियमन) अधिनियम, भारतीय दंड संहिता, किशोर न्याय अधिनियम, धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. एससी/एसटी के तहत केस दर्ज किया गया है. बता दें कि इसी सप्ताह इसी प्रकार का मामला झाबुआ से भी सामने आया था. जिसको लेकर भारी बवाल हुआ था.