मंडला। जिले की निवास सीट से कांग्रेस के विधायक अशोक मर्सकोले को अपनी पार्टी के लोगो से विरोध का सामना करना पड़ रहा है. मर्सकोले के अलावा तीन लोग और हैं, जो इस बार निवास विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. वहीं, फग्गन सिंह कुलस्ते के मैदान में उतरने से निवास विधानसभा सीट पर चुनाव रोचक होने की संभावना है. भाजपा की पहली सूची में भी बिछिया विधानसभा सीट से विजय आनंद मरावी के नाम ने सबको चौंका दिया था. ऐसा लगता है मध्यप्रदेश में भाजपा किसी प्रकार से चुनाव जीतना चाहती है.
कुलस्ते का राजनैतिक सफर : फग्गन सिंह कुलस्ते 7 बार के सांसद हैं. जिसके आधार पर प्रदेश भाजपा ने दूसरी सूची में निवास विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. बता दें कुलस्ते केंद्रीय इस्पात, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत हैं. वह पहले 11वीं, 12वीं, 13वीं, 14वीं, 16वीं और 17वीं लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं. कुलस्ते का जन्म 18 मई 1959 को मध्य प्रदेश के मंडला में हुआ था. कुलस्ते के पास एमए, बीएड और एलएलबी की डिग्री है. उन्होंने अपनी पढ़ाई मंडला कॉलेज, डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर से पूरी की.
एक बार राज्यसभा के लिए चुने गए : कुलस्ते ने 1996 से 2009 तक मंडला लोकसभा संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व किया. वह 2012 में राज्यसभा के लिए चुने गए. उन्होंने 2014 लोकसभा में अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी ओंकार मरकाम को हराकर सीट हासिल की. 2019 में वे केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री बने, जुलाई 2016 - सितंबर 2017 तक केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री रहे, नवंबर 1999 - मई 2004 तक वे जनजातीय मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री बने और अक्टूबर - नवंबर 1999 में कुलस्ते संसदीय कार्य राज्य मंत्री बनाए गए.