मंडला। जिले के ग्राम पंचायत मढफा के मुरता के जंगल में आदमखोर बाघ के हमले से अमर सिंह पिता बिसाहू की मौत हो गई. मवई ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 18 किलोमीटर दूर मुरता के जंगल में बाघ का आतंक है. सोमवार को सुबह 9 बजे लोगों ने देखा कि अमर सिंह गंभीर अवस्था में है. वहीं, पर बाघ मौजूद था. ग्रामीणों ने शोर मचाकर बाघ को वहां से भगाया. इसके बाद जब ग्रामीणों ने नजदीक जाकर देखा तो पाया कि अमर सिंह मृत हो गया है.
बाघ का सुराग नहीं मिला : इसकी जानकारी थाना प्रभारी मवई और रेंज आफीसर मवई को दी गई. इस मामले में वन विभाग कुछ भी कहने से बच रहा है. सहायक निरीक्षक मवई थाना प्रेम सिंह परते ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस व वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा. मामले की जांच की जा रही है. वहीं, वन विभाग की टीम बाघ की तलाशी में जुटी है लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला है.
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ग्रामीणों में दहशत व गुस्सा : इस मामले को लेकर ग्रामीणों में दहशत व गुस्सा व्याप्त है. ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि बाघ की दहशत कई दिनों से इस गांव व आसपास में है. कई बार बाघ को यहां घूमते पाया गया है. वन विभाग को बराबर सूचना दी जाती रही लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया. ग्रामीणों ने कहा कि वे लोग कब तक घर में कैद रहेंगे और कब तक हम अपने जानवरों को घर में कैद करके रखेंगे.