मंडला। दक्षिण सामान्य वन मंडल की रिड्डीटेक क्षेत्र में करीब 4 दिन पहले कमजोर हालत तेंदुआ शावक मिला. शावक को उसकी मां नहीं मिलने पर वन विभाग ने उसे भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान के लिए रवाना कर दिया है. जानकारी के अनुसार, फोरलेन ब्रिज के नीचे तेंदूपत्ता संग्राहकों को एक कमजोर हालत में तेंदुए का शावक नजर आया था. जिसकी सूचना वन विभाग को दी गयी, जिसके बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए के शावक का इलाज शुरू किया.
मां का किया इंतजार
बता दें कि शावक को 3 दिन तक पिंजरे में रखकर उसकी मां का इंतजार किया किया गया, ताकि वह उसे ले जाए और वह प्राकृतिक वातावरण में उसका लालन पालन कर सके. लेकिन मां के ना आने पर वन अधिकारियों ने निर्णय लिया कि शावक को भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान में शिफ्ट कर दिया जाए, जहां इसकी बेहतर देखरेख हो सकेगी.
जब नहीं आयी मां तो तेंदुए के शावक को किया भोपाल रवाना - शावक को भेजा भोपाल
4 दिन पहले कमजोर हालत तेंदुआ शावक मिला. शावक को उसकी मां नहीं मिलने पर वन विभाग ने उसे भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान के लिए रवाना कर दिया है.
मंडला। दक्षिण सामान्य वन मंडल की रिड्डीटेक क्षेत्र में करीब 4 दिन पहले कमजोर हालत तेंदुआ शावक मिला. शावक को उसकी मां नहीं मिलने पर वन विभाग ने उसे भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान के लिए रवाना कर दिया है. जानकारी के अनुसार, फोरलेन ब्रिज के नीचे तेंदूपत्ता संग्राहकों को एक कमजोर हालत में तेंदुए का शावक नजर आया था. जिसकी सूचना वन विभाग को दी गयी, जिसके बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए के शावक का इलाज शुरू किया.
मां का किया इंतजार
बता दें कि शावक को 3 दिन तक पिंजरे में रखकर उसकी मां का इंतजार किया किया गया, ताकि वह उसे ले जाए और वह प्राकृतिक वातावरण में उसका लालन पालन कर सके. लेकिन मां के ना आने पर वन अधिकारियों ने निर्णय लिया कि शावक को भोपाल के राष्ट्रीय उद्यान में शिफ्ट कर दिया जाए, जहां इसकी बेहतर देखरेख हो सकेगी.